शिविर के दौरान महिलाओं को अभिव्यक्ति ऐप के बारे में जानकारी दी गई, साथ ही उनके कानूनी अधिकारों और उनसे जुड़े कानूनों के बारे में विस्तार से बताया गया। जीपीएम पुलिस द्वारा संचालित समाधान हेल्पलाइन के बारे में भी ग्रामीणों को अवगत कराया गया। साइबर जागरूकता अभियान के तहत उन्हें डायल 1930 की महत्ता और साइबर धोखाधड़ी से बचने के उपायों के बारे में बताया गया। फर्जी पुलिस या सरकारी अधिकारी बनकर कॉल करने वाले ठगों से सावधान रहने के तरीके भी समझाए गए। ग्रामीणों को पेमेंट ऐप्स के माध्यम से होने वाले फ्रॉड और उनसे बचने के लिए जरूरी कदमों की जानकारी दी गई। साथ ही व्हाट्सएप टू-स्टेप वेरिफिकेशन और फेसबुक प्राइवेसी सेटिंग्स के बारे में भी विस्तार से बताया गया, जिससे वे अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को सुरक्षित रख सकें।
इस साइबर जागरूकता कार्यक्रम का संचालन थाना प्रभारी गंगा प्रसाद बंजारे और साइबर वॉलंटियर शाकिब खान द्वारा किया गया। उन्होंने ग्रामीणों को जागरूक करने और साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए।