पात्र हितग्राहियों को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर चिन्हांकित करते हुए लाभान्वित करें: कलेक्टर

छग

Update: 2023-06-15 17:22 GMT
सूरजपुर। कलेक्टर अग्रवाल की अध्यक्षता व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत की उपस्थिति में आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय प्रधानमंत्री मातृ वंदना संचालन व निगरानी समिति की बैठक व सखी वन स्टॉप सेंटर जिला स्तरीय प्रबंधन समिति की बैठक हुई। जिसमें योजना के क्रियान्वयन के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत सभी पात्र हितग्राहियों को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर चिन्हांकित करने तथा उन्हें लाभान्वित करने का निर्देश दिये। कलेक्टर कि ओर से सभी महिलाओं को योजना से लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य दिया गया। योजनान्तर्गत प्रथम बच्चे के लिए 2 किश्तों मेें 5 हजार व दूसरी बालिका होने पर 1 किश्त में 6 हजार रुपए प्रदाय किया जाता है। योजनांतर्गत ऐसी गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली माताओं को छोड़कर जो केन्द्र सरकार या राज्य सरकारों या सार्वजानिक उपक्रमों के साथ नियमित रोजगार में है, या जो वर्तमान में लागू किसी कानून के अन्तर्गत समान लाभ प्राप्त कर रही है। सभी गर्भवती महिलाएं व स्तनपान कराने वाली माताएं पात्र होगीं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिले को प्राप्त लक्ष्य 3544 के विरूद्ध 4056 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। जो कि लक्ष्य का 114 प्रतिशत रहा राज्य में जिले को 2 स्थान प्राप्त हुआ।
सखी वन स्टॉप सेंटर जिला स्तरीय प्रबंधन समिति की बैठक के संबंध में कलेक्टर को अवगत कराया गया है। केन्द्र में अब तक कुल 1940 प्रकरण प्राप्त हुए हैं। जिसमें से 1898 प्रकरणों को निराकृत कर लिया गया है तथा 42 प्रकरण परामर्श के लिए लंबित है। जिसे जल्द ही निराकृत कर लिया जाएगा। केन्द्र के माध्यम से अब तक मानसिक रूप से विक्षिप्त कुल 29 महिलाओं को जिले के विभिन्न स्थलों से रेस्क्यू कर स्वास्थ्य व पुलिस विभाग के समन्वय से राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी, बिलासपुर भेजा गया है। जिसमें से स्वास्थ्य लाभ लेने के पश्चात् 13 महिलाएं स्वस्थ्य होकर अपने घर वापस आ चुकी हैं। योजना के सतत् क्रियान्वयन के लिए समय-समय पर जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से महिलाओं एवं बालिकाओं को योजना के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। 25 नवम्बर से 10 दिसम्बर 2022 के मध्य जिले भर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें लगभग 7 हजार से अधिक बालिकाओं एवं महिलाओं को योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कोई भी संकटग्रस्त महिला केन्द्र में किसी भी समय आवश्यकता पड़ने पर आश्रय सुविधा प्राप्त कर सकतीं हैं। केन्द्र में पीड़ित महिला के लिए 05 बेड, रहने, खाने, जरूरतमंद होने पर कपड़ा सहित सभी आवश्यक की चीजें शासन के द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। महिला की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग से एक सहायक उपनिरीक्षक, एक महिला आरक्षक, स्वास्थ्य विभाग से एक एन.एम., विधिक सेवा प्राधिकरण से एक पैनल अधिवक्ता एवं एक पैरालीगल वालंटियर, नगर सेना से 03 महिला नगर सैनिक केन्द्र में उपलब्ध हैं। जो कि पीड़ित महिलाओं को अस्पताल, न्यायालय व पुलिस संबंधी सभी प्रकार की सेवा केन्द्र में ही उपलब्ध करा रहें हैं। यदि किसी महिला को किसी भी प्रकार की आवश्यकता किसी समय चाहिए तो निःशुल्क टोल फ्री नम्बर 181 अथवा केन्द्र में सीधे आकर संपर्क कर सकती हैं। इस बैठक में जिला पंचायत सदस्य कुलदीप बिहारी, उप पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन, अग्रणी बैंक प्रबंधक, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, जिला संरक्षण अधिकारी, नवा बिहान, श्रम पदाधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी, दमयन्ती तिवारी सामाजिक कार्यकर्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला व बाल विकास, जिले के समस्त परियोजना अधिकारी, सखी वन स्टॉप सेन्टर के समस्त सेवा प्रदाता व महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।
Tags:    

Similar News

-->