कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत का विवादित बयान, नक्सलियों को बताया शहीद
छत्तीसगढ़
रायपुर: कांकेर में पुलिस और बीएसएफ के जवानों ने मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया। इसमें नक्सलियों के कुछ बड़े कमांडर भी शामिल हैं। राज्य सरकार इसे सुरक्षाबलों की बड़ी उपलब्धि बता रही है। राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृह मंत्री विजय शर्मा से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक जवानों की सराहना कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता इसे फर्जी मुठभेड़ बता रही है।
इस मुठभेड़ पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सबसे पहले सवाल खड़ा किया। कहा कि बीजेपी की सरकार में फर्जी मुठभेड़ होते हैं। हालांकि 24 घंटे के भीतर ही उन्होंने अपना बयान बदल दिया। बघेल ने जवानों की इस उपलब्धि पर न केवल बधाई दी बल्कि इसे अपनी सरकार की नीतियों की सफलता बताया। साथ ही सफाई दी कि मैं ने कांकेर की घटना को फर्जी नहीं कहा था। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी फर्जी मुठभेड़ वाले भूपेश बघेल के बयान का समर्थन किया है। बैज ने कहा कि वो (भूपेश बघेल) राज्य के मुख्यमंत्री हरे हैं उनके अपने सूचना तंत्र हैं ऐसे में अगर वे मुठभेड़ को फर्जी कह रहे हैं तो निश्चित रुप से इसकी जांच होनी चाहिए।
अब इस मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का विवादित बयान सामने आया है। सुप्रिया का यह बयान सोशल मीडिया में शेयर किया जा रहा है। इसमें सुप्रिया से कांकेर में नक्सली मुठभेड़ और बघेल के बयान के संदर्भ में सवाल किया गया है। पूछा गया कि बीजेपी कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है। इस पर सुप्रिया ने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए मुझे लगता है कि इसकी गहन जांच होनी चाहिए। और उन सब लोग जो शहीद हुए, मारे कुछ सुरक्षा कर्मी भी घायल हुए हैं, उन सबको हमारी संवेदना है। इसमें कोई राजनीति का सवाल ही नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने कांकेर में नक्सली घटना पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने मुठभेड़ को फर्जी करार दिया है। बघेल ने कहा कि बीजेपी शासन में नक्सलियों का फर्जी एनकाउंटर होता है। बघेल ने कहा कि राज्य में 4 महीने पहले बीजेपी की सरकार बनी है तब से ऐसे मामलों में बढ़ोतरी हुई है। बघेल ने कहा कि बस्तर में पुलिस भोले-भाले आदिवासियां को डराती है। बघेल ने कहा कि यहां कवर्धा में भी पुलिस वाले आदिवासियों को डरा रहे हैं उन्हें गिरफ्तार कर लेने की धमकी दे रहे हैं।
पूर्व सीएम बघेल के बयान पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पलटवार किया है। बघेल के बयान को लेकर मीडिया की तरफ से पूछे गए प्रश्न पर साय ने कहा कि हर चीज में इन लोगों को प्रश्न खड़ा नहीं करना चाहिए। ये वही लोग हैं जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक को काल्पनिक कहा था। साय ने कहा कि यह (नक्सली) घटना तो उनके ही प्रदेश की है, कैसे सवाल उठा सकते हैं। यह घटना किसी भी तरह से फर्जी है तो उसको प्रमाणित करें।
प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने भी पूर्व सीएम बघेल के बयान पर जवाबी हमला बोला है। गृह मंत्री ने कहा कि भूपेश बघेल जी कांकेर के एनकाउंटर को फर्जी बता रहे मैं चैलेंज करता हूं आप साबित करके दिखाइए और नहीं साबित कर सकते तो CRPF, BSF, DRG के जवानों से माफी मांगिए, बस्तर फाइटर्स से और नहीं तो जनता आपको माफ नहीं करेगी। शर्मा ने कहा कि हर विषय में राजनीति ठीक नहीं।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि कल छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली। जब से मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं तब से बीजेपी सरकार ने नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ लगातार अभियान चलाया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी, उस अभियान को और गति मिली। 2014 से हमने कैंप लगाना शुरू किया। 2019 के बाद, सरकार बनने के बाद, लगभग 3 महीने की अवधि में, कम से कम 250 कैंप लगाए जा चुके हैं। छत्तीसगढ़ में 80 नक्सली मारे गये हैं, 125 से ज्यादा गिरफ्तार किये गये हैं और 150 से ज्यादा नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, मुझे पूरा विश्वास है कि यह आगे भी जारी रहेगा और बहुत कम समय में मोदी जी के नेतृत्व में हम देश से नक्सलवाद उखाड़ फेंकेंगे।