आरक्षक सस्पेंड: ड्यूटी छोड़कर पहुंच गया चुनाव प्रचार में, और डरा-धमकाकर मांगने लगे वोट
एसपी ने की कार्रवाई
यूपी पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। चार चरणों में होने वाले ग्राम पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो चुका है। त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव के लिए नामांकन भी शुरू हो गया है। सभी अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने की जुगत में जुट गए हैं। कोई सत्ता की हनक तो कोई खाकी की हनक दिखाकर अपने प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहा है। अभी हाल ही में बदायूं जिले में एक दारोगा ड्यूटी छोड़कर ने अपने चहेते प्रत्याशी के लिए गांव में वोट मांगता नजर आया था। इसका एक वीडियो भी वायरल किया गया था। इसी तरह का एक और मामला अब बरेली जिले से आया है। जहां एक सिपाही का भाई ग्राम प्रधान प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहा है। सिपाही खाकी की हनक के चलते गांव की सरकार बनाने में जुटा है। सिपाही ने अपने भाई को प्रधान बनाने के लिये उसने अलीगंज के गैनी में डेरा डाल दिया है।
आरोप है कि वह वोटरों को डरा और धमका रहा है। जिस पर प्रधान पद के दूसरे प्रत्याशी ने इसकी शिकायत एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल से की है। शिकायत में कहा कि पिछले चुनाव में भी उसने ऐसा किया था। इस वजह से उसे सस्पेंड किया गया था। अब दोबारा वह चुनाव लड़ाने गांव में आ गया है, जबकि उसकी पोस्टिंग संभल में है। एसपी देहात ने इंस्पेक्टर को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सिपाही जिस जिले में पोस्टेड है। वहां उसके एसपी को रिपोर्ट भेजी जायेगी। दोबारा गांव में नजर आया और वोटरों को धमकी या किसी तरह के प्रलोभन देने की बात सामने आई तो सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
गैनी गांव से प्रधान पद के प्रत्याशी नन्हें सिंह ने बताया कि सिपाही लगातार अपने भाई के लिए चुनाव प्रचार कर रहा है। विरोध करने पर सिपाही उन्हें धमकाता है। सिपाही के प्रचार करते, वोट मांगते और नारेबाजी करते हुये वीडियो भी बनाये गये हैं। नन्हें ने एसपी देहात को वीडियो भी दिखाया। जिसमें वह वोट मांग रहा है। आरोप है कि उसके भाई को वोट न देने पर उसने जेल भिजवाने की भी धमकी दी है।