कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने राम मंदिर निर्माण के लिए दान किये 1 लाख 1 हजार 111 रुपए
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में लोग बढ़-चढ़कर दान दान कर रहे हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए 1 लाख 1 हजार 111 रुपए दान किया है।
जनता से रिश्ता वेब डेस्क। रायपुरः अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में लोग बढ़-चढ़कर दान दान कर रहे हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए 1 लाख 1 हजार 111 रुपए दान किया है। विधायक शुक्ल ने राम मंदिर ट्रस्ट को चेक भेजा है। बता दें कि अमितेश शुक्ल अविभाजित मघ्यप्रदेश के पूर्व सीएम श्यामा चरण शुक्ल के पुत्र हैं और वर्तमान में राजिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
बता दें कि रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से निधि समर्पण अभियान शुरू किए गए गए हैं। इस अभियान में महज चार दिन के भीतर करीब सौ करोड़ की राशि इकठ्ठा हो गई थी।
वहीं, दूसरी ओर व्हीएचपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। नींव के लिए सारी रिसर्च पूरी हो चुकी है। देश की नामी कम्पनियों ने इस पर रिसर्च किया है। इसमें भविष्य में बाढ़ और भूकंप की चुनौती से निपटने की तैयारी भी शामिल है। 12 मीटर नीचे तक मलवा भरा है, उसे हटाया जा रहा है। देश के तमाम बड़े भवन वैज्ञानिक और विशेषज्ञ इस काम में शामिल है। चंपत राय के मुताबिक निर्माण में कहीं भी लोहा का इस्तेमाल नहीं होगा।
चंपत राय ने आगे जानकारी दी है कि भारत सरकार ने दान राशि का 50 फीसदी को कर मुक्त कर दिया है। सभी समर्पण राशि बैंक खातों में जमा हो रहे हैं। 31 जनवरी को सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ के समाज से समर्पण राशि के लिये संपर्क करेंगे। राय के मुताबिक यह गिनीज वर्ल्ड बुक में दर्ज होने लायक काम होगा।
चंपत राय ने कांग्रेस के 14 हजार करोड़ के फंड का हिसाब मांगने पर भी बयान दिया है कि आर्थिक आरोप पर जवाब नहीं देते। आयकर विभाग को जांच करना चाहिए। जो आरोप लगाते हैं वो 14 हजार करोड़ देखे भी हैं क्या। मंदिर निर्माण के लिए 5 लाख गांव से, 14 करोड़ परिवार का समर्थन प्राप्त होगा। 500 साल के संघर्ष के बाद भगवान को उनका जन्मस्थान प्राप्त हुआ है। जन्मस्थान की अदला बदली नहीं हो सकती। इस निर्माण से बाबर आक्रांता का निशान मिट जाएगा। बाबर के आक्रमण के कलंक को हटाया गया है।