कांग्रेस डूबता हुआ जहाज, भूपेश बघेल ने बड़े-बड़े छेद कर दिए : शिवरतन शर्मा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक शिवरतन शर्मा ने कहा है कि अपनी ही पार्टी में स्वीकार्यता के लिए संघर्ष कर रहे भूपेश बघेल बेहद असफल नेता साबित हो रहे हैं, उनकी राजनांदगांव लोकसभा सीट से हार तय है। इस हार के लिए भूपेश बघेल स्वयं जिम्मेदार हैं। पिछले पाँच सालों में सरकार में रहते हुए भूपेश ने जिस तरह छत्तीसगढ़ की दुर्दशा की, छत्तीसगढ़ में अराजकता फैलाई और छत्तीसगढ़ को दोनों हाथों से लूटने का काम किया, उसी का परिणाम अब सामने आ रहा है। उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी उनकी कारगुजारियों को उजागर करने में लगे हुए हैं।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि जो नेता अविभाजित मध्य प्रदेश और राज्य बनने के बाद मंत्री रहा हो, पांच साल तक अपनी पार्टी का और उसके बाद पांच वर्ष तक मुख्यमंत्री रहा हो, ऐसे नेता की प्रदेश भर में लोकप्रियता और स्वीकार्यता स्वत: ही बन जाती है। ऐसा नेता किसी क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहे तो पार्टी के दूसरे नेता अपनी सीट उनके लिए छोड़ने को तैयार हो जाते हैं, लेकिन भूपेश बघेल ने पिछले पांच साल में सत्ता का जिस तरह से दुरुपयोग किया है, बड़े नेता तो दूर पार्टी के एक कार्यकर्ता ने सार्वजनिक रूप से माइक पर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव ने भूपेश और मित्रों के खिलाफ पौने छह करोड़ का पार्टी का फंड गबन करने का आरोप लगा दिया, वहीं एक अन्य पदाधिकारी पत्र लिखकर उनकी टिकट रद्द करने की मांग कर रहे हैं। ऐसी स्थिति कभी किसी बडे नेता के खिलाफ नहीं देखी गई कि उनकी पार्टी के लोग आला कमान से ऐसे व्यक्ति को दिया गया टिकट रद्द करने की मांग करें।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि भूपेश बघेल ने पिछले 10 वर्षों में जैसी फसल बोई है, वैसी काट रहे हें। उन्होंउने प्रदेश में राजनीतिक अपसंस्कृति की फसल बोयी थी, अब वही फसल काट रहे हैं। कांग्रेस के मौजूदा हालात यह बताते हैं कि किस तरह से कांग्रेस में झगड़ा चल रहा है! कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है, भूपेश बघेल ने इस जहाज में बड़े-बडे छेद कर दिए हैं। यह अब साफ दिख रहा है कि प्रदेश की जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ की पूरी 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा की जीत तय है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में इस बात की सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि यदि भूपेश बघेल किसी क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए जाते है तो वहां इसका उल्टा प्रभाव पड़ेगा। छत्तीसगढ़ कि जनता अब भूपेश बघेल को सुनना नहीं चाहती। इसलिए अभी तक कांग्रेस के घोषित प्रत्याशियो ने किसी ने भी उन्हें प्रचार के लिए आमंत्रित नहीं किया है।