कांग्रेस ने शराब घोटाले, 420 के आरोपी समेत कई पार्षद पति, पत्नियों को दी टिकट
कांग्रेस ने 66 पार्षद प्रत्याशी घोषित किए
कांग्रेस पार्टी ने पांच मुस्लिम प्रत्याशियों पर जताया भरोसा
इस्तीफे और मानमनव्वल का दौर शुरू
रायपुर। काफी घमासान के बाद कांग्रेस ने देर रात राजधानी के प्रत्याशियों की घोषणा की जिसमें पार्टी ने पांच मुस्लिम प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है। संजय नगर से पार्षद रहे समीर अख्तर का भी टिकट काट दिया है उनके जगह देवेंद्र यादव को टिकट दिया है उनकी पत्नी निशा देवेंद्र यादव जोन अध्यक्ष भी रहीं है, दूसरी ओर राजातालाब से आकाश तिवारी का टिकट काट कर कामरान अंसारी को टिकट दिया है। मौदहापारा से शेख मुशीर पर पार्टी ने भरोसा जताया है। कांग्रेस ने कुल पांच मुस्लिम प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने तडक़े करीब 5.34 बजे रायपुर के प्रत्याशियों की सूची जारी की। इनमें नए कार्यकर्ताओं को अवसर देने के बजाए, वर्तमान पार्षदों की पत्नियों और पतियों को पुन: टिकट दिया है । वहीं शराब घोटाले और जमीन कब्जा करने के आरोपी दो लोगों को दोबारा अवसर दिया है ।
छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ी हुई है पुरे प्रदेश में दोनों पार्टी ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिया है अंतिम समय में राजधानी रायपुर से भी कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। सोमवार देर रात कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम के प्रत्याशियों की फाइनल लिस्ट जारी कर दी है। जिसमें 70 में से 66 वार्डों के उम्मीदवारों का नाम शामिल हैं, लेकिन चार वार्ड में अभी तक प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है। जिसको लेकर लगातार मंथन जारी है, तो वहीं दूसरी ओर लिस्ट जारी होते ही पार्टी में कलह शुरू हो गई है और कार्यकर्ताओं का पार्टी छोडऩे का सिलसिला शुरू हो चुका है। जानकारी के मुताबिक हरदीप सिंह उर्फ़ बंटी होरा ने टिकट नहीं मिलने के वजह से कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पार्टी छोडऩे का ऐलान किया। साथ ही महिला कांग्रेस के प्रदेश सचिव पूनम पांडे ने भी इस्तीफा दे दिया है। हरदीप सिंह उफऱ् बंटी होरा वर्तमान में शहीद हेमू कालाणी वार्ड क्रमांक 28 से कांग्रेस पार्षद है, लेकिन इस चुनाव में उनकी जगह जी. श्रीनिवास को प्रत्याशी बनाया गया है। जिससे नाराज होकर बंटी होरा ने पार्टी छोडऩे का ऐलान कर दिया है। वहीं महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव पूनम पांडे भी टिकट न मिलने से नाराजगी जाहिर की है। जिसकी वजह से उन्होंने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस ने जूतम-पैजार के डर से सुबह जारी की सूची
कांग्रेस के अधिकांश वार्डों में बगावत के सुर, कांग्रेस की बगावत रंग लाएगी, कई पूर्व पार्षद निर्दलीय चुनाव मैदान में
जनता से रिश्ता ने पहले ही ये अपने अख़बार में ख़बर छापी थी सट्टा जुआ गांजा माफिय़ा ज़मीन दलाल भू माफिय़ा और शराब का चखना सेंटर चलाने वाले शराब भट्ठी चलाने वाले लोगों को कांग्रेस ने पैसा देकर टिकट दी है ऐसा सभी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं कहना है इसी चलते बवाल मचता देख देर रात तक कांग्रेस की सूची नहीं आयी और सूची को सुबह छह बजे जारी किया गया पुराने निर्वाचित पार्षद जिन्होंने अपने अपने वार्डों में बहुत अच्छा काम किया है और जो बरसों से लगातार कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहे थे और कांग्रेस के लिए पार्षद की सीट लगातार जीत रहे थे ऐसे पार्षदों को टिकट काटकर अपने पैर में कुल्हाड़ी मार ली ही है। रायपुर शहर में इसका भारी नुक़सान उठाना पड़ेगा। वैसे तो कांग्रेस रायपुर में 5 मुसलमानों को टिकट देने की घोषणा की है इसका भी नुक़सान कांग्रेस पार्टी को होने वाले चुनाव में उठाना पड़ेगा। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया है कि पैसे लेकर टिकट बांटे गए है। बाहुबली, सटोरिए, भू-माफयाओ्ं की जमकर चली, हर टिकट पर बोली लगाई गई। जिसकी शिकायत दिल्ली तक पहुंच गई है।
भाजपा ने 18 पार्षदों के टिकट काटे
14 टिकट पार्षद या उनके परिवार को दिए गए
भाजपा ने पिछला चुनाव जितने वाले 29 पार्षदों में 18 के टिकट काट दिए हैं। इनमें से तीन का वार्ड आरक्षित हो गया। इस वजह से वे चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। बाकी 15 में ज्यादातर महिलाएं हैं। इन्हें पिछले चुनाव में वार्ड महिला आरक्षित होने के कारण टिकट मिला था। इस बार इनके टिकट काटकर कुछ नए और कुछ पूर्व पार्षदों को दिया गया है। बाकी 14 टिकट या तो पार्षदों को दिए गए हैं या उनके परिवार के किसी सदस्य को। कुछ पार्षदों का टिकट गुड परफार्मेंस नहीं देने के कारण काटा गया है। भाजपा ने पार्षदों के टिकट बंटवारे में नए पुराने का कांबीनेशन किया है।
कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड से भाजपा की तेज-तर्रार पार्षद सुशीला धीवर का टिकट काट दिया गया। बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ बहुत लोग लामबंद थे। रानी लक्ष्मी बाई वार्ड से पार्षद विश्वदिनी पांडे का टिकट कट गया है। वे इस बार महापौर की दौड़ में थीं। ना मेयर की टिकट नहीं मिली और ना पार्षद की। हालांकि पांडे ने कहा वे खुद ही वार्ड की राजनीति नहीं करनी चाहती हैं। तीन बार की पार्षद सीमा संतोष साहू को भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया। वे भी मेयर के दावेदारों में एक थी, लेकिन टिकट नहीं मिला। शंकर नगर वार्ड की सुमन राम प्रजापति का टिकट भी काटा गया है। पिछली बार वार्ड महिला आरक्षित होने के कारण राम प्रजापति ने अपनी पत्नी को उतारा था। सुंदर नगर वार्ड इस बार सामान्य महिला होने के कारण पार्षद मृत्युंजय दुबे रेस से बाहर हो गए। ब्राह्मणपारा वार्ड के अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षित होने के कारण पार्षद सरिता दुबे को सुंदर नगर से टिकट दिया गया है। सरिता दुबे भी महापौर प्रत्याशी के लिए दावेदार थीं। कन्हैया लाल बाजारी वार्ड से पार्षद विनोद अग्रवाल का टिकट काटा गया है। उनका वार्ड ओबीसी हो गया। आसपास के सभी वार्ड आरक्षण में फंसने के कारण उन्हें वहां भी मौका नहीं मिला। महामाया मंदिर वार्ड की पार्षद सरिता वर्मा का टिकट कट गया है। वे काफी पुरानी पार्षद हैं। उनका वार्ड इस बार भी अन्य पिछड़ा वर्ग महिला आरक्षित हुआ है। फिर भी पार्टी ने रिपीट ना करते हुए नई प्रत्याशी को मौका दिया। डा. खूबचंद बघेल वार्ड की पार्षद मीनल चौबे इस बार मेयर प्रत्याशी हैं।