कांग्रेस कट धमतरी निगम से, सिर्फ चुनावी मैदान में बीजेपी और निर्दलीय उम्मीदवार
धमतरी। धमतरी में नगरीय निकाय चुनाव के संदर्भ में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने और पार्टी द्वारा किसी भी उम्मीदवार को बी फॉर्म नहीं देने के बाद, कांग्रेस निगम महापौर पद की रेस से बाहर हो गई है। इस स्थिति में, कुल 14 उम्मीदवारों ने महापौर पद के लिए नामांकन दाखिल किया था, जिसमें से 2 के फार्म निरस्त हो गए और 4 कैंडिडेट ने अपना नाम वापिस ले लिया। इसके बाद महापौर पद के लिए कुल 8 उम्मीदवारों का नामांकन बचा है।
वहीं, 40 वार्डों के लिए 148 पार्षद प्रत्याशी ने नामांकन भरा था, जिनमें से 2 के फार्म निरस्त हुए और 30 ने नाम वापस लिया, जिससे 116 पार्षद प्रत्याशी चुनाव में बने हुए हैं। अब, भाजपा को महापौर पद के लिए वॉकओवर मिल गया है क्योंकि कांग्रेस ने इस बार अपनी ओर से कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस पार्टी बचे हुए निर्दलीय उम्मीदवारों को बाहर से समर्थन देती है या नहीं। बता दें कि धमतरी में कांग्रेस ने पार्टी जिला महामंत्री विजय गोलछा पर भरोसा जताकर उन्हें मैदान में उतारा था।
वहीं भाजपा ने प्रदेश महामंत्री जगदीश रामू रोहरा को प्रत्याशी बनाया है। रामू रोहरा के अभिकर्ता ने कांग्रेस पार्टी के अधिकृत मेयर प्रत्याशी विजय गोलछा के फॉर्म पर आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि उनके फॉर्म में निगम में ठेकेदार के रूप में काम करने का जिक्र है। नियम के मुताबिक कोई अगर नगर निगम का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभार्थी है, वो महापौर का चुनाव लड़ने के योग्य नहीं माना जाता है। चुनाव आयोग ने उनकी आपत्ति पर जांच की तो सही पाया, जिसके बाद उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया।