महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद में नेशनल हाईवे 353 से लगे लभराखुर्द गांव में एक किसान की बेशकीमती जमीन पर नगर पालिका के सभापति बबलू हरपल ने अतिक्रमण कर लिया था, जिसे पुलिस की मौजूदगी में शनिवार को राजस्व विभाग ने बुलडोजर चला कर कब्जा मुक्त कराया। किसान की निजी कृषि भूमि सहित शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर बाउंड्रीवॉल से घेर दिए जाने की खबर को दैनिक भास्कर डिजिटल में प्रकाशित करने के बाद राजस्व विभाग हरकत में आया।नायब तहसीलदार मोहित अमीला और सिटी कोतवाली प्रभारी मोनिका श्याम दल बल सहित JCB लेकर पहुंचे थे।
इस दौरान नायब तहसीलदार की मौजूदगी में किसान फूलसिंह कन्नौज की कृषि भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। जमीन पर बाउंड्रीवॉल और सीमेंट पोल से घेरे को JCB से तोड़ा गया। इसके बाद फूलसिंह कन्नौज के बेटे चंद्रशेखर कन्नौज और चंद्रकांत कन्नौज को सौंपा गया। हालांकि इस दौरान अतिक्रमणकारी कांग्रेस पार्षद बबलू हरपाल और उनके साथी मौके से नदारद रहे। कब्जा मुक्त होने पर चंद्रशेखर कन्नौज ने कहा दैनिक भास्कर डिजिटल के प्रयास से ही उनकी पुरखों की जमीन वापस मिल पाई है, जबकि पिछले एक साल से कब्जा मुक्त कराने की कोशिश करते हुए थक चुके थे।
बता दें कि, किसान फूलसिंह कन्नौज की कृषि लभराखुर्द स्थित प.ह.न. 44 पर खसरा नंबर 31/1, 31/2 आवेदक की निजी के साथ ही उक्त भूमि से लगे शासकीय भूमि खसरा नंबर 28 के भाग पर प्री कॉस्ट और सीमेंट पोल लगा कर घेर दिया था। विरोध करने पार्षद और उनके साथियों ने चंद्रशेखर से मारपीट की थी। पीड़ित ने 5 अप्रैल 2023 को ही सिटी कोतवाली में लिखित शिकायत दी थी। इसके बावजूद न पुलिस ने और ना ही राजस्व विभाग के अफसरों ने कोई एक्शन नहीं लिया। कांग्रेस शासन काल और पार्षद भी कांग्रेस के ऐसे में किसान की शिकायत को अफसरों ने नजर अंदाज कर दिया गया था।