रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने जगदलपुर कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष राजीव शर्मा का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। शर्मा ने बीते शनिवार को पीसीसी चीफ को अपना इस्तीफा भेजा था। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि जगदलपुर शहर अध्यक्ष राजीव शर्मा के त्यागपत्र को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने स्वीकार कर लिया है। बैज ने राजीव शर्मा के जगदलपुर शहर अध्यक्ष के रूप में उनके द्वारा पार्टी के प्रति किए गए कामों की सराहना किया है। इधर, शर्मा के इस्तीफा देने और उसे स्वीकार किए जाने के बाद सियासी गरियारों में चर्चा का बाजार गरम हो गया है। इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही है। कहा जा रहा है कि शर्मा और बैज के बीच पहले विवाद की स्थिति बन चुकी है। माना जा रहा है कि बैज के प्रदेश अध्यक्ष बनने के कारण शर्मा ने इस्तीफा दिया है।
पीसीसी चीफ को भेजे अपने इस्तीफा में शर्मा ने लिखा था कि नौ साल से जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहा था, अब किसी अन्य साथ को इस पद पर मौका देना चाहिए। बताते चले कि कांग्रेस की उदयपुर में हुई संकल्प शिविर में एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला तय किया गया था। वहां यह भी तय हुआ था कि एक व्यक्ति अधिकतम पांच वर्ष तक पद पर रहेगा। शर्मा इन दोनों मापदंडों के हिसाब से पद पर नहीं रह सकते थे। कांग्रेस नेताओं के अनुसार जगदलपुर शहर अध्यक्ष के रुप में शर्मा का कार्यकाल करीब नौ वर्ष का हो चुका था। साथ ही वे इंद्रावती विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी हैं। चर्चा है की इसी कारण उन्होंने जिला अध्यक्ष का पद छोड़ दिया।
शर्मा के इस्तीफा को लेकर एक चर्चा यह भी है कि वे जगदलपुर सीट से विधानसभा टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। इस कारण उन्होंने संगठन का पद छोड़ दिया है। इधर, शर्मा के इस्तीफा की वजह से खाली हुए जगदलपुर शहर जिला अध्यक्ष की कुर्सी के लिए 10 से ज्यादा दावेदार खड़े हो गए हैं। इनमें पीसीसी चीफ दीपक बैज के कुछ करीबी भी शामिल हैं। दावेदारों में मुख्य रुप से सुशील मौर्य, प्रकाश अग्रवाल और जतिन जायसवाल का नाम चर्चा में है। तीनों बैज के करीबी बताए जा रहे हैं। इसके अलावा गौरनाथ नाग, यशवर्धन राव और अनवर खान नाम भी शामिल है। ये मौजूदा विधायक रेखचंद जैन के खेमे से बताए जा रहे हैं।