रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस की सजगता से आज एक महिला की जान बच गई। रायपुर के भारत माता स्कूल के समीप आरक्षक भारतेंदु साहू और@cgdial112वाहन चालक लंबोदर पटेल की तत्परता से एक दुखद घटना टल गई। पुलिस के दोनों जवानों की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है।
मिली जानकारी के अनुसार महिला ने डिप्रेशन के चलते यह आत्मघाती कदम उठाया था, जिसकी जानकारी 112 को मिलने पर उसने मौके पर पहुंच महिला की जान बचा ली। इस घटना की जानकारी पीड़िता के मायके जयपुर में भी दी गई। इसके बाद महिला के मायके और ससुराल वालों ने जान बचाने के लिए 112 सेवाओं का आभार जताया है।
112 एक इमरजेंसी नंबर है, जिसे अमेरिका के 911 के तर्ज पर शुरू किया गया है। इसे भारत में ईआरएसएस के तहत लॉन्च किया गया है। दिल्ली में इसकी शुरुआत करते हुए दिल्ली पुलिस के डीसीपी एसके सिंह ने कहा था कि 'कई सारे इमरजेंसी नंबर याद रखना मुश्किल होता है। खासकर तब जब आप एक राज्य या केंद्रशासित प्रदेश से दूसरी जगह सफर कर रहे हों। यह नंबर लोगों की परेशानी कम करेगा।' देश में पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवाओं से लेकर महिला व चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर तक अलग-अलग हैं। ये सारे नंबर हर किसी के लिए हर वक्त याद रखना मुश्किल है। इसका उपाय 112 है। आप इस एक नंबर से ये सभी सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं। इसे नेशनल इमरजेंसी नंबर भी कहा जा सकता है।