बिलासपुर। कम्प्यूटर दुकान की आड़ में पर्सनल आइडी से प्रीमियम व तत्काल ई-टिकटों की कालाबाजारी करने वाले संचालक को बिलासपुर आरपीएफ गुप्तचर शाखा की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई। आरपीएफ की गुप्तचर शाखा के द्वारा लगातार ई-टिकटों की हेराफेरी करने वाले को पकड़ा जा रहा है।
गुरुवार को भी उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि पचपेड़ी थाना अंतर्गत सोनसरी में उदय कम्प्यूटर दुकान से ई-टिकटों का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है। जानकारी मिलते ही टीम सतर्क हो गई। सहायक उप निरीक्षक एसबी द्विवेदी, सहायक उप निरीक्षक एसके पांडेय व प्रधान आरक्षक एफआर सोनी ने टीम बनाई और पहले पचपेड़ी थाना पहुंचे। यहां मेमो देकर जांच में मदद करने के लिए कहा। पुलिसकर्मियों को लेकर टीम संबंधित कम्प्यूटर दुकार में दबिश दी। उस समय दुकान का संचालक उदय पटेल (31) निवासी सोनसरी वार्ड क्रमांक - 09 गधियापारा मौजूद था। वह अपने घर पर ही दुकान संचालित करता है। इस दौरान पहले सामान्य पूछताछ की गई। इसमें उसने बताया कि उसके पास सीएससी व स्पाइस मनी की आइडी है।
लेकिन ग्राहकों की मांग पर प्रीमियम व तत्काल रेलवे ई-टिकट बनाने के लिए दो पर्सनल यूजर आइडी बनाकर रखा है। यूजर आइडी से बने टिकटों को खंगाला गया तो एक आइडी से 21 टिकट और एक से दो और जीमेल से एक ई - टिकट बनने की पुष्टि हुई। सभी टिकट का प्रिंट निकलवाया गया। इसकी 60 हजार 171 रुपये थी। इस पर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से 24 ई-टिकट, 4,500 रुपये, लैपटाप, वाई-फाई, डोंगल व एक मोबाइल समेत प्रिंटर बरामद कर आरोपित को बिलासपुर कार्यालय लाया गया। यहां उसके खिलाफ रेलवे अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।