उदयपुर। गायत्री शक्ति पीठ परिसर उदयपुर में चार दिवसीय 24 कुंडीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ एवं पावन प्रज्ञा पुराण कथा का समापन पूर्णाहुति के साथ गुरुवार को हुआ। कलश यात्रा के साथ उक्त 24 कुंडीय यज्ञ का शुभारंभ सोमवार को हुआ था, कलश यात्रा में हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल हुई थी। यज्ञ आयोजन के दूसरे और तीसरे दिन हवन पूजन का कार्यक्रम सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे चलने के बाद हरिद्वार से आई टोली के द्वारा कथा वाचन का कार्यक्रम किया गया। कथा वाचन के दौरान गोरा प्रसाद साहू के द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध नजर आए। कथा पंडाल श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा। दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओ का तांता लगा रहा।
यज्ञ के चौथे दिन पूर्णाहुति और अतिथि विदाई के साथ चार दिवसीय यज्ञ का समापन हुआ। विदाई गीत पर लोग भाव विभोर हो गए। यज्ञ और कथा के लिए शांतिकुंज हरिद्वार से व्यासपीठ नंदकुमार पाण्डेय सहित 8 लोगों की टोली उदयपुर आई हुई थी। इस दौरान यज्ञ और प्रज्ञा पुराण का आयोजन तो हुआ ही साथ में दो जोड़ियों की शादी भी कराई गई, छोटे बच्चों के अन्नप्रासन, शिक्षा संस्कार भी आयोजित किए गए। आयोजन को सफल बनाने में यज्ञ आयोजन समिति, शारदा महिला मंडल, व्यापारियों, जन प्रतिनिधि और उदयपुर के स्थानीय नागरिकों ने अपना योगदान दिया। यज्ञ समिति के पदाधिकारियों ने सभी श्रद्धालुओं और प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रुप से सहयोग प्रदान करने वालों का आभार व्यक्त किया है।