बालोद। जिले के वनांचल व आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में मतदाता जागरूकता अभियान का कार्यक्रम निरंतर जारी है। आयोजन में अलग-अलग ढंग से ग्रामीणों को मतदान करने प्रेरित किया जा रहा है। ऐसे ही जिले के अंतिम छोर पर स्थित ग्राम आमाडुला में आदिवासी संस्कृति पर आधारित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम किया गया। जिसमें कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत सहित अधिकारी, कर्मचारी मांदर के थाप पर थिरकते नजर आए। आदिवासियों की परंपरागत मांदरी, रेला नृत्य के अलावा आंगा देव का प्रदर्शन कर ग्रामीणों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया गया।
वहीं इस आयोजन में अतिथियों का आदिवासी परंपरागत गौर मुकुट एवं गमछा पहनाकर स्वागत एवं किया गया। ग्रामीण कलाकारों, स्वसहायता समूह की महिलाओं एवं कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के द्वारा विविध कार्यक्रम की प्रसूति देते हुए मतदाताओं एवं आम जनता को लोकतंत्र में मताधिकार के महत्व की जानकारी दी गई।
आयोजन में उपस्थित लोगों को लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए सभी प्रकार के निर्वाचनों में अनिवार्य रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ भी दिलाई गई। अधिकारियों ने ग्राम भ्रमण कर ग्रामीणों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने अपील की। यही नहीं कार्यक्रम में ’करबो मतदान’ की आकृति बनाकर विशाल मानव श्रृंखला का भी निर्माण किया गया।