शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व रोजगार के क्षेत्र में जिले को अव्वल बनाने कलेक्टर की कवायद
छग
राजनांदगांव। कलेक्टर सिंह ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने जिले के स्वास्थ्य, सेवा की गहनता से समीक्षा की। कलेक्टर ने जिले में अपनी पदस्थापना के बाद शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व रोजगार क्षेत्र को केन्द्रित करते हुए जिले को अग्रणी जिला बनाने की दिशा में अपनी भूमिका का निर्वहन बेहद गंभीरतापूर्वक कर रहे हैं। कलेक्टर डोमन सिंह का कहना है कि जिले के निवासी हैं और उनको यहां काम करने का एक सुनहरा अवसर मिला है। कलेक्टर ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कहा की स्वस्थ्य जीवन जिंदगी को आसान और खुशहाल बनाता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति स्वस्थ रहें और स्वास्थ्यकृत व्याधियों से दूर रहे। कलेक्टर ने कहा कि सभी स्वास्थ्य अधिकारी अपने दायित्वों में सेवा भाव को शामिल करते हुए मरीजों के साथ अपनी संवेदनशीलता का परिचय देना सुनिश्चित करें। कलेक्टर लगातार शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण व रोजगार सृजन के क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देते हुए जिले को सुदृढ़ जिला बनाने की ओर अग्रसर है। कलेक्टर के प्रयासों से अंधत्व निवारण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। जिले में अब तक 2995 मरीजों का चिन्हांकन कर उनका मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन किया गया है।
इसी प्रकार शैक्षणिक संस्थाओं के आसपास तंबाकू नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्रवाई जारी है। जिले में तंबाकू नियंत्रण पर 875 प्रकरण तैयार किए गए हैं। इसके तहत 1 लाख रूपए से अधिक की चलानी कार्रवाई की गई है। कलेक्टर ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अब जिले को निक्षय जिला बनाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने इस दिशा में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए निक्षय मित्र बनाए जाने पर सहमति दी है। इसके तहत उन्होंने स्वयं भागीदार बनते हुए निक्षय मित्र बने हैं। निक्षय मित्र के तहत क्षय रोग के उपचार के लिए खर्च होने वाले प्रतिमाह 500 रुपए वे स्वयं वहन करेंगे। निक्षय मित्र बनने के लिए जिले के अन्य अधिकारियों ने भी अपनी सहमति दी है। निक्षय मित्र किसी भी एक क्षय रोग के मरीज की उपचार की खर्च की राशि वहन करेंगे। सामान्यत: क्षय रोग का उपचार 6 माह तक होता है। जिसकी प्रतिमाह लगभग 500 रुपए खर्च होता है।
कलेक्टर ने बैठक में जिले में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध संसाधनों और सेवाओं की जानकारी ली। स्वास्थ्य केंद्रों में कमियों के आधार पर उन्होंने इसे दूर करने के लिए पूरे प्रयास करने का भरोसा दिया। बैठक में कलेक्टर ने स्वास्थ्य सेवा विभाग की ओर से संचालित विभिन्न कार्यक्रमों सेवाओं व योजनाओं की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि विभाग की ओर से संचालित योजनाओं का लाभ नागरिकों को मिले और नागरिक स्वस्थ जीवन जिए। इसके लिए विभागीय अमला संवेदनशीलता के साथ अपनी कर्तव्यों का निर्वहन सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना महत्वपूर्ण योजना है, हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य की गारंटी बनती है। कलेक्टर ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा सेंटरों में आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य को प्राथमिकता दें। कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित अधिकारी से कहा कि इस कार्य में उदासीनता को कतई माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने 15 मार्च तक प्रोग्रेस लाने कहा है। कमी पर कार्रवाई के लिए तैयार रहने कहा है। कलेक्टर ने जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण स्तर पर जन जागरूकता कार्यक्रम के साथ-साथ अस्पतालों में सुविधा और सेवा सुनिश्चित करने कहा है। उन्होंने कुपोषण मुक्ति की दिशा में कुपोषित बच्चे का चिन्हांकित कर आरसी सेंटर में उपचार और सुपोषित आहार की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा है।