सुपरवाइजरों पर कलेक्टर ने की कड़ी कार्यवाही, वेतन वृद्धि रोकने के दिए निर्देश
छत्तीसगढ़
बैकुण्ठपुर। बच्चे समाज का भविष्य होते हैं इसलिए इनके स्वास्थ्य के प्रति सबसे ज्यादा सजगता के साथ काम करने की आवष्यकता है। कोरिया जिले में परंपरागत खान-पान और गर्भवती माताओं द्वारा अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतने के कारण ग्रामीण क्षेत्रांे में होने वाले कुपोषण से निपटने के लिए जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान तेजी से क्रियान्वित किया जा रहा है। जिले के कलेक्टर श्री ष्याम धावड़े द्वारा इस अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए निरंतर मानिटरिंग की जा रही है। गत सप्ताह महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और सुराजी सुपोषित कोरिया अभियान की समीक्षा के दौरान कार्य दायित्वों के प्रति लापरवाह पाए जाने वाले चार सेक्टर सुपरवाइजरों की दो-दो वेतन वृद्धि रोकने के आदेष जारी किए गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर श्री ष्याम धावड़े ने बच्चों के सुपोषण अभियान को गंभीरता से लेते हुए सतत मानिटरिंग के निर्देष विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। इसके तहत बच्चों के साथ गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य के लिए पोषक आहारों का वितरण किया जा रहा है और साथ ही साथ उनके स्वास्थ्य की निरंतर जांच भी कराई जा रही है। इसके अलावा वजन त्यौहार के माध्यम से प्रत्येक बच्चे के स्वास्थ्य का औसत आंकलन करके अभियान की प्रगति पर समीक्षा की जा रही है।
इसी तारतम्य में जिले के चार सेक्टर सुपरवाइजरों द्वारा अपने क्षेत्र में सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन में लापरवाही करने से वहां कुपोषण की दर में वृद्धि दर्ज की गई। इसे अत्यंत गंभीरता से लेते हुए जिले के कलेक्टर ष्याम धावड़े ने चार सेक्टर सुपरवाइजरों की दो -दो वेतनवृद्धि तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेष जारी कर दिए हैं। जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि जिले में कुपोषण से बचाव के लिए सभी आंगनबाड़ियों में गर्म भोजन और रेडी टू ईट का वितरण नियमित किया जा रहा है। इसके अलावा इस समस्या के निदान के लिए बच्चों को अतिरिक्त पौष्टिक आहार के रूप में अंडा व चिक्की का वितरण भी किया जाना है। कलेक्टर कोरिया के निर्देषानुसार जिले के सभी ग्राम पंचायतों के लिए नियुक्त कुल 43 नोडल अधिकारियों के द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ियों का नियमित पर्यवेक्षण भी कराया जा रहा है ताकि सुपोषण अभियान में किसी भी प्रकार से लापरवाही ना हो। गत सप्ताह कलेक्टर कोरिया द्वारा सुपोषण अभियान की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के सेक्टर रनई की सुपरवाइजर श्रीमती विमला भगत, भरतपुर विकासखण्ड के सेक्टर कुंवारपुर की सुपरवाइजर श्रीमती सरोजबाला, कंजिया सेक्टर की सुपरवाइजर श्रीमती नर्मदा अनंत और खमरौध की सेक्टर सुपरवाइजर श्रीमती गीता गौंटिया द्वारा अपने कार्य दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी पूर्वक ना करने से ही इन सेक्टरों में कुपोषण की दर में वृद्धि हुई। इसे अत्यंत गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर कोरिया द्वारा इन चारो सेक्टर सुपरवाइजरों की दो दो वेतनवृद्धि रोकने के आदेष जारी किए हैं।