कलेक्टर ने रोकी पर्यवेक्षक की वेतन वृद्धि, कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप
छत्तीसगढ़
बलरामपुर। विकासखण्ड राजपुर के आंगनबाड़ी केन्द्र बाड़ी चलगली पटेलपारा में विगत 10 महीने से गोदाम में रेडी-टू-ईट सड़ने, बच्चों को वितरण नहीं करने, पर्यवेक्षक द्वारा अण्डे की राशि लेने तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के घर में माह अक्टूबर 2020 से ही रेडी-टू-ईट फूड का स्टॉक पड़े रहने की शिकायत प्राप्त हुई थी। संसदीय सचिव एवं क्षेत्रीय विधायक श्री चिंतामणी महाराज की उपस्थिति में आयोजित समाधान शिविर में मौके पर उपस्थित पर्यवेक्षक श्रीमती सुनिता मिंज तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती सीता से विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी चाही गई। पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी देने में अक्षम रही, जिस पर संसदीय सचिव द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई।
विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं के क्रियान्वयन एवं हितग्राहियों को लाभान्वित करने की महती जिम्मेदारी पयवेक्षक एवं लॉकडाउन की अवधि में आंगनबाड़ी केन्द्र बंद होने के कारण पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत आंगनबाड़ी में दर्ज हितग्राहियों को प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे मंगलवार को रेडी टू ईट फूड का पैकेट वितरण करने की जिम्मेदारी पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की होती है। सुनिता मिंज पर्यवेक्षक बाल विकास परियोजना राजपुर को सौंपे गये कार्य में लापरवाही बरतने एवं वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का अवहेलना करने पर कलेक्टर ने सिविल सेवा आचरण नियम 1966 के नियम 10 एवं मूलभूत नियम 24 के तहत् श्रीमती सुनिता मिंज का 02 वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोक लगा दी है। इसी प्रकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन करने में असक्षम रहने, लापरवाही बरतने तथा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों का पालन नहीं करने पर श्रीमती सीता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंगनबाड़ी केन्द्र बाड़ी-चलगली सेक्टर सेवारी बाल विकास परियोजना राजपुर का सेवा समाप्त करने हेतु आदेशित किया है।