दंतेवाड़ा। कलेक्टर नंदनवार ने आज कुआकोंडा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चोलनार पहुंच जिला स्तरीय सोलहवीं वार्षिकी कोया करसाड़ दो दिवसीय कार्यक्रम में शामिल हुए। ग्रामीणों ने कलेक्टर के आगमन पर महुवा के फल से बनी माला व पगड़ी पहनाकर, स्थानीय नृत्य के साथ कलेक्टर का स्वागत किया। कार्यक्रम में सामाजिक संगठन पर चर्चा, शिक्षा पर विशेष जोर, कोया संस्कृति एवं माटा के संरक्षण पर चर्चा, जन्म, विवाह, मृत्यु संस्कार पर चर्चा संवैधानिक अधिकार व वन अधिकार पर विस्तार से चर्चा की गयी। कलेक्टर श्री नंदनवार ने ग्रामीण जनों व समाज से उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने को कहा जिसमे कुपोषण, एनीमिया के लक्षण, एनीमिया से बचाव हेतु पोषक आहार जैसे विटामिन युक्त भोजन देने की बात कही उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र मे भी प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षित वर्ग ही एक बेहतर समाज का गठन कर सकता है। इसलिए समाज के प्रत्येक वर्ग को शिक्षा पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
कलेक्टर ने मुर्गा लड़ाई के संबंध में लोगों से कहा कि पहले जहां मुर्गा लड़ाई एक मनोरंजन का साधन हुआ करता था। वहीं आज बदलते वक्त के साथ मुर्गा लड़ाई मनोरंजन के रूप में न करके धन लगाकर मुनाफा कमाने के लिए किया जाता है। जिसमें ग्रामीण अपने मेहनत से कमाए हुए पैसे भी लगा देते है। जिससे परिवार का आर्थिक स्थिति खराब होती है। और एक सामाजिक बुराई के रूप में उभर कर सामने आ रहा है। इस पर अंकुश लगना चाहिए। कोया समाज से उपस्थित वरिष्ठ श्री मासाराम कुंजाम ने भी अपने विचारों को व्यक्त करते हुए अपने क्षेत्र को आगे बढ़ाने की बात कही। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। साथ ही उपस्थित अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा बनाई गयी स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ ललितादित्य नीलम, संयुक्त कलेक्टर सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम आनंद राम नेताम सहित समाज के लोग उपस्थित रहे।