जगदलपुर। कलेक्टर ने गुरुवार को लोहाण्डीगुड़ा विकासखंड के अतिसंवेदनशील क्षेत्र हर्राकोडेर में जन चैपाल लगाकर ग्रामीणों से संवाद किया। ग्रामीणों के बीच बैठकर उनके क्षेत्र में योजनाओं के क्रियान्वयन और समस्याओं के संबंध में चर्चा करने से ग्रामीणजन में अलग उत्साह देखने मिला। इस दौरान कलेक्टर ने गांव की मूलभूत जरूरतों के बारे में चर्चा की। जन चौपाल में कलेक्टर के सामने देवकी ठाकुर की मां आकर देवकी की मानसिक हालत और आंखों की समस्या के बारे में बताया। तत्काल कलेक्टर ने बीएमओ को जगदलपुर स्थित महारानी अस्पताल में आंखों का इलाज और मानसिक स्वास्थ्य के लिए काउंसलिंग करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर विजय ने कहा कि प्रशासन जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एरपुंड में लगे जन चैपाल में ग्रामीणों को कलेक्टर ने कुपोषण के प्रति जागरूक किया। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि सभी कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करवाएं। साथ ही सभी बच्चों को रेडी टू ईट देने के निर्देश दिए।
टेकामेटा के ग्रामीणों ने नल से साफ पानी नहीं मिलने की समस्या बताई। इस पर कलेक्टर ने पीएचई विभाग को पानी की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही जल जीवन मिशन के तहत जल्द से जल्द गांव में घर-घर पानी पहुंचाने की बात कही। वहीं जिन लोगों का राशन कार्ड नहीं बना है, और राशन कार्ड में नाम नहीं जुड़ा है उनका राशन कार्ड में नाम जोडऩे के निर्देश दिए। कलेक्टर ने राशन कार्ड, आयुष्मान व स्वास्थ्य कार्ड के बारे में ग्रामीणों से जानकारी ली। साथ ही गांव के समूह की महिलाओं से उनके द्वारा किए जा रहे कार्य और आर्थिक गतिविधियों के बारे विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश सर्वे सहित जिला स्तरीय और विकासखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर विजय ने शुक्रवार को हर्राकोड़ेर के साप्ताहिक बाजार में हाट बाजार क्लिनिक लगाने का निर्देश दिया, ताकि आस पास के ग्रामीणों को हाट बाजार में ही स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके। कलेक्टर ने पेंशनधारियों को पेंशन लेने के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े इसलिए गांव के ही युवोदय स्वयंसेवक को बैंक सखी बनाने के निर्देश दिए। साथ ही सप्ताह में तीन दिन कैंप लगाकर पेंशनधारियों को पेंशन देने की बात कही। गांव में पहली बार पहुंचे कलेक्टर की स्वागत और सत्कार के लिए ग्रामीण आतुर दिखे ग्रामीणों के आग्रह पर कलेक्टर ने दोपहर का भोजन ग्रामीणों के साथ किया। भोजन में पारंपरिक कोलियरी भाजी, मंडिया पेज, आम की चटनी, चापड़ा चटनी, आलू गोभी चना की सब्जी परोसा गया। इस दौरान गांव की बच्ची देवकी ठाकुर सहित अन्य ग्रामीणों ने खाना खाया।