कलेक्टर ने कुपोषण स्तर में कमी लाने गंभीरता से कार्य करने के दिए निर्देश
छग
दंतेवाडा। कलेक्टर विनीत नंदनवार ने गीदम में विकासखण्ड स्तर की बैठक लेकर किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने राजस्व से सबंधित प्रकरणों की गहन समीक्षा की उन्होंने पटवारियों से बी-1 का वाचन के संबंध में जानकारी लेते हुए समय से बी-1 का वाचन करने के निर्देश दिए। राजस्व मुक्त ग्राम के संबंध में जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि निर्धारित समयावधि में प्रकरणों को पूर्ण करें कोई भी प्रकरण लंबित न हो। उन्होंने कहा कि सभी समय से रिकॉर्ड मेंटेन करें।
उन्होंने किसान किताब, ऋण पुस्तिका, अभिलेख शुद्धता, जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र इत्यादि के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने सचिवों से स्वीकृत आंगनबाड़ी भवन के निर्माण के संबंध में जानकारी लेते हुए निर्माणाधीन कार्यों को समय-सीमा के भीतर शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्युत व्यवस्था, पेयजल का उचित प्रबंधन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि लंबित कार्यों को गंभीरता से लेते हुए द्रुतगामी गति से पूर्ण करें। स्वच्छ भारत मिशन, प्रधान मंत्री आवास योजना अंतर्गत चल रहे कार्यों में आवश्यक निर्देश देते हुए तेजी लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ग्रामों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन बारे में ग्राम पंचायतों के सचिवों से विस्तार से चर्चा की और समय सीमा में कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
बैठक में गर्भवती पंजीयन, 4 एएनसी जांच की जानकारी लेते हुए समय से जांच कर पंजीयन करने साथ ही निरंतर मॉनिटरिंग करने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि कोई भी गर्भवती महिला पंजीयन से वंचित न हो। उन्होंने उच्च जोखिम महिलाओं का समय से पंजीयन कर विशेष ध्यान रखने की बात कही। साथ ही शिशु पंजीयन, बीसीजी टीकाकरण के संबध में पूछते हुए आवश्यक निर्देश भी दिए। बैठक में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार करने पर गहन चर्चा की गई, और लर्निंग आउटकम पर विशेष फोकस करने की बात कही। कलेक्टर ने कहा कि जिले के किसानों को लाभान्वित करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों का दौरा कर वहां के पात्र हितग्राहियों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करें। साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड जैसे अन्य योजनाओ से लाभ लेने प्रोत्साहित करें।
कलेक्टर ने रेडी टू ईट, सुपोषण केंद्रों को सुचारू रूप से संचालन करने को कहा। उन्होंने कहा की कुपोषण स्तर पर कमी लाने के लिए सबंधित विभाग को विशेष प्रयास करने की जरूरत है। साथ ही कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए उन पर विशेष निगरानी रखने की हिदायत दी। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से किशोरी युवतियों, गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं पर विशेष ध्यान दिया जाए, समय-समय पर उनका स्वास्थ्य जांच करें एवं रेडी टू ईट सहित गर्म भोजन प्रदान करें साथ ही नियमित मॉनिटरिंग करने की बात कही।
विभिन्न मदों अंतर्गत स्वीकृत, प्रगतिरत कार्यों की जानकारी लेते हुए गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कार्य करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा नियमानुसार निर्माण कार्य करें। उन्होंने वर्षों से लंबित कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में आदिवासी विभाग, सहित अन्य विभागों की भी समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन, एसडीएम ,जनपद सीईओ, तहसीलदार सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।