गरियाबंद। छत्तीसगढ़ की पारम्परिक त्यौहार हरेली हर्षोल्लास व धूमधाम से 17 जुलाई को मनाया जाएगा। अच्छे फसल की कामना के लिए मनाये जाने वाले हरेली तिहार के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक एवं पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है। हरेली तिहार में किसान कृषि उपकरणों की पूजापाठ करते है। साथ ही इस दिन बांस की बनी गेड़ी चढ़ने की भी परंपरा है। इसी परंपरा को बनाये रखने के लिए आज कलेक्टर आकाश छिकारा ने शहर में स्थित सी-मार्ट में पहुंचकर गेड़ी खरीदा। साथ ही जिला पंचायत सीईओ रीता यादव और अपर कलेक्टर अविनाश भोई ने भी गेड़ी खरीदकर हरेली तिहार धूमधाम से बनाने की अपील जिलेवासियों से की। सी-मार्ट में बंसोड़ जनजाति के सदस्यों की ओर से बांस की गेड़ी बिक्री के लिए उपलब्ध है।
छोटी गेड़ी की कीमत सिर्फ 60 रुपए और बड़ी गेड़ी की कीमत 120 रुपए प्रति जोड़ी है। कलेक्टर छिकारा ने हरेली तिहार खुशी और उल्लास के साथ मनाने तथा गेड़ी बनाने वाले जनजाति सदस्यों को प्रोत्साहित करने के लिए उनके बनाये गेड़ी को सी-मार्ट से खरीदने की अपील जिलेवासियों से की है। जिले में श्यामनगर स्थित रीपा में भी महिला समूहों की ओर से गेड़ी का निर्माण किया जा रहा है। वहां भी महिलाओं द्वारा निर्मित गेड़ी और पूजा की थाली बिक्री के लिए उपलब्ध है। इस अवसर पर एसडीओ अतुल श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। कलेक्टर ने इस दौरान आमजनों और गेड़ी खेल प्रेमियों से अपील की है कि वे छत्तीसगढ़ राज्य के इस पारम्परिक तिहार को उत्साहपूर्वक मनाये एवं सस्ती दर पर सी-मार्ट के माध्यम से अधिक से अधिक गेड़ी खरीद कर बंसोड़ों के आर्थिक उन्नयन में सहयोग करे।