बिलासपुर। कोयले की हेराफेरी से जुड़े दो साल पुराने मामले में पुलिस ने मौर्या कोल डिपो के ड्राइवर और सुपरवाइजर को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को सोमवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। हालांकि, मुख्य आरोपी डिपो संचालक रोमी मौर्य अब भी फरार है।
मामला 25 सितंबर 2022 का है, जब गेवरा खदान से घुटकू कोल वाशरी के लिए कोयला लेकर निकली कंपनी की ट्रेलर गाड़ी (सीजी 12 एस 4454) के मालिक शारदा राठौर ने सुपरवाइजर अजय कुमार के साथ मिलकर गाड़ी मौर्या कोल डिपो में खड़ी कराई। डिपो में उच्च गुणवत्ता वाले कोयले को निकालकर उसमें डस्ट, गिट्टी और बजरी भर दी गई। इस गोरखधंधे की जानकारी होने पर फिल कंपनी के मैनेजर संतोष सिंह ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
मामले में पुलिस ने जुर्म दर्ज किया था, लेकिन तत्काल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। अब दो साल बाद ट्रेलर मालिक शारदा राठौर और सुपरवाइजर अजय कुमार को पकड़ा गया है। दूसरी ओर, मुख्य आरोपी रोमी मौर्य पुलिस की पकड़ से बाहर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस दौरान रोमी मौर्य को शहर में कई बार देखा गया है, लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी।