नीट परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को सीएम भूपेश ने दी बधाई

छग

Update: 2023-06-19 14:03 GMT
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नीट की परीक्षा में सफल होने वालों को दी बधाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी कड़ी मेहनत से दंतेवाड़ा के 46 और कांकेर के 77 छात्र - छात्राओं ने NEET रैंकिंग में जगह बनाई है। वहीं दंतेवाड़ा के 19 और कांकेर के 71 छात्र - छात्राओं का JEE के लिए चयन हुआ है। आप सबने दिखा दिया है कि प्रतिभा अपना रास्ता बना ही लेती है। सबको खूब बधाई। सफल हुए प्रदेश के सभी बच्चों के सुनहरे भविष्य की कामना करता हूं।
नीट में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक साथ 49 छात्रों को समान अंक मिले पर रैंक सूची अलग है। एनटीए ने सूची बनाने को टाई ब्रेकर पद्धत्ति इस्तेमाल की। इससे एक समान अंक लाने के बावजूद भी कई छात्रों का बड़े मेडिकल कॉलेजों में नामांकन का सपना टूट जाएगा।इस बार नीट यूजी 2023 के रिजल्ट को अगर देखा जाए तो ऐसी स्थिति कई छात्रों के साथ हुई है। इससे छात्र के साथ अभिभावक भी परेशान हैं। इस बार चौथी रैंक पाने वाले छात्रों के बराबर कई अन्य छात्रों के भी अंक और पर्सेंटाइल बराबर थे पर उसकी रैंक 19वीं तक मिली। इस साल रैंक चौथी से लेकर रैंक 19वीं तक के सभी 16 छात्र का कुल स्कोर 715 है। इन सभी छात्रों का पर्सेंटाइल भी एक जैसा 99.999068 भी है। वहीं 20वीं रैंक पाने वाले छात्रों को 712 अंक मिले हैं। 21 से 26 रैंक पाने वाले छात्रों का अंक 711 रहा है। 27वीं से 76 रैंक वालों का स्कोर भी 710 है। नीट टॉप 80 में 49 से अधिक छात्रों को एक जैसा स्कोर प्राप्त हुआ है पर ऑल इंडिया रैंकिंग में बहुत बड़ा अंतर आ गया है। इस कारण बेहतर अंक होने के बाद भी कई छात्रों का एम्स दिल्ली का सपना भी टूटने की संभावना है।
एक जैसे अंक कई छात्रों को मिले हैं। इस कारण समान अंक पर करीब पांच हजार छात्र 16 हजार रैंक तक में बढ़ गये हैं। खास बात है कि टॉप 50 में आने वाले 24 छात्रों के नंबर रैंक एक के मुकाबले सिर्फ 10 अंक कम हैं, लेकिन ऑल इंडिया रैंक में यह अंतर 50 तक जा पहुंचा हैं। बता दें कि इस साल नीट यूजी में टॉप करने वाले प्रभंजन जे और बोरा वरुण चक्रवर्ती को 720 में 720 अंक प्राप्त हुए हैं। दोनों को एक समान अंक रहने पर भी पहला रैंक प्रभंजन जे को दिया गया।
एनटीए पदाधिकारी साधना पराशर ने बताया कि रैंक सूची जारी करने में टाइब्रेकर नियम का पालन हुआ। इसमें नौ नियम हैं। इस वर्ष उम्र को हटा दिया गया है। एक जैसे नंबर मिलने पर सबसे पहले जीव विज्ञान फिर रसायन व भौतिकी में अधिक अंक वाले छात्रों को रैंक दिया गया। इसके अलावा अन्य नियम भी लागू किये गये थे। पहली बार बड़ी संख्या में छात्रों को समान अंक मिले हैं।
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