रायपुर/शिमला। हरोली में सीएम भूपेश बघेल ने चुनावी रैली को संबोधित किया।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। हिमाचल में एक चरण में पूरे प्रदेश में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। 8 दिसंबर को चुनावी नतीजे आएंगे। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। हिमाचल में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना 17 अक्तूबर को जारी होगी। चुनाव लड़ने के लिए 25 अक्तूबर तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। इनकी छंटनी 27 को होगी, जबकि 29 अक्तूबर को नाम वापस ले सकेंगे। प्रदेश में आचार संहिता लागू होते ही सरकारी घोषणाओं और नई भर्तियों पर भी रोक लग गई है।
हिमाचल और गुजरात में विधानसभा के चुनाव एकसाथ होते थे। आयोग ने अभी गुजरात में चुनावों का एलान नहीं किया है। प्रदेश में विधानसभा की 68 में से 17 सीटें अनुसूचित जाति और तीन सीटें अनुसूचित जनजातिके लिए आरक्षित रहेंगी। इस बार के चुनाव में हिमाचल में 55,74,793 कुल मतदाता हैं। इनमें 55,07,261 सामान्य, 67,532 सर्विस वोटर मताधिकार का प्रयोग करेंगे। कुल पुरुष मतदाता 28,46,201, महिला मतदाता 27,28,555 हैं। 18 प्लस उम्र वाले 43,173 मतदाता, दिव्यांग 56,001, थर्ड जेंडर 37 और 80 प्लस वाले 1.22 लाख मतदाता हैं। सौ से अधिक आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 1,184 है।
प्रदेश में कुल 7,881 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जबकि पिछली बार 7,521 मतदान केंद्र थे। एक मतदान केंद्र में 1,500 से अधिक मतदाता नहीं होंगे। 646 मतदान केंद्र शहरी और शेष 92 फीसदी ग्रामीण इलाकों में हैं। लाहौल का टशीगंग मतदान केंद्र 15,256 फीट की ऊंचाई पर है। यहां कुल मतदाता 55 हैं। सुलह में सबसे ज्यादा 1,04,486 वोटर हैं। चंबा के भरमौर का चस्क भटौरी मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए 14 किलोमीटर पैदल चलना होगा और यहां कुल 93 वोटर हैं। दुर्गम क्षेत्रों में ईवीएम पहुंचाने को पहली बार विशेष बैग उपलब्ध कराए हैं। सबसे कम 24,744 वोटर वाला विधानसभा क्षेत्र लाहौल और स्पीति है। किन्नौर के बूथ में सिर्फ 16 वोटर हैं। धर्मशाला के सिद्धवाड़ी में सबसे ज्यादा 1,494 मतदाता हैं।