सीएम भूपेश बघेल ने बस्तर के स्थानीय उत्पादों को सराहा

Update: 2021-11-24 11:29 GMT

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज चिराग योजना के शुभारंभ के अवसर पर कृषि महाविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कृषि एवं सहयोगी विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का (कृषि मेला) अवलोकन भी किया और यहां के प्रगतिशील किसानों से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहीमूलक सामग्री का वितरण भी किया गया। कृषि मेले में कृषि विज्ञान केन्द्र-इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा लाई फोड़ाई मशीन, लघु धान्य फसल बुआई यन्त्र, हल, मेंड़ बनाने का यन्त्र, कोदो वीडर, पैडी वीडर, साईकिल व्हील हो, बस्तर कृषि उत्पाद का प्रदर्शन, लघुधान्य फसलों की विभिन्न किस्में, काजू प्रसंस्करण केन्द्र आदि का प्रर्दशन किया गया। कृषि मड़ई में मछली पालन विभाग, नारियल विकास बोर्ड, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) में हरीहर बाजार, डैनेक्स, पशुधन विकास विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विकास एवं कृषि कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विभिन्न उत्पादों, कृषि यंत्रों का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल सहित कृषि मंत्री श्री रवीन्द्र चौबे एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने स्टॉलों का अवलोकन किया और कृषकों, महिला स्व-सहायता समूहों, लघु वनोपज का संग्रहण, प्रसंस्करण से बने उत्पादों का स्वाद भी लिया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने मछली पालन विभाग की मोंगरी योजना के तहत 10 मत्स्य उत्पादकों को मोटर साइकिल सह आईस बाक्स का वितरण किया और कृषि अभियांत्रिकी बस्तर संभाग के तहत 7 कृषकों एवं एक महिला स्व सहायता समूह को एक-एक नग ट्रैक्टर सह उन्नत कृषि यंत्र प्रदाय किया। उन्होंने कच्ची घनी तेल प्रसंस्करण मशीन का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी विभाग द्वारा प्रदर्शित बस्तर के सभी जिलों बस्तर का काजू, कोण्डागंाव का नारियल, नारायणपुर का शकरकन्द, कांकेर का सीताफल, सुकमा की लौकी, दंतेवाड़ा का कुम्हड़ा और बीजापुर का चीकू की भूरी भूरी प्रश्ंासा की। उन्होंने रागी से निर्मित कुकीज़ का स्वाद लिया और महिला स्व-सहायता को स्थानीय उत्पादों से विशिष्ट खाद्य एवं पेय पदार्थ निर्मित करने के लिए प्रोत्साहन दिया। 

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