भेंट-मुलाकात सामाजिक अधिकार सम्मेलन में शामिल हुए सीएम भूपेश बघेल
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राजनांदगांव। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहां आने का उद्देश्य आपसे मिलना है। दुख सुख साझा करना है। हमारी सरकार श्रम का सम्मान करती है। किसान प्रदेश का सबसे बड़ा वर्ग है। प्रदेश में किसान ऋण मुक्त है। पहले कर्जा लेकर दिवाली मनाते थे। किसानों के खाते में त्वरित पैसा जा रहा है। डेयरी चलाना मुश्किल हो गया था। गोधन न्याय योजना से गोपालकों को संबल मिला है। पहले मवेशियों से आर्थिक समृद्धि का आकलन होता था। बाद में यह नही रहा। अब फिर से स्थिति बदली है। मेहनतकश समाज उठ खड़ा हुआ है।
राजनांदगांव में कोदो कुटकी का उत्पादन होता है। इसे खरीदना हमने शुरू किया। हम ६५ प्रकार के लघु वनोपज का संग्रहण कर रहे हैं। हम लोगों के वास्तविक सरोकार से जुड़े हैं। ऐसी नीतियां बनाते हैं जिससे आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो। इसके लिए रूरल पार्क आरंभ किए गए हैं। गांव के युवाओं के लिए इससे उद्यम का रास्ता खुल गया है। गांव में इस तरह से रोजगार सृजन देश में पहली बार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब ने हमें संविधान के माध्यम से अधिकार दिए। सबको शिक्षा, रोजगार आदि का अधिकार मिले, इस पर हम कार्य कर रहे हैं। २ तारीख को हम आरक्षण का बिल प्रस्तुत करेंगे। सबको न्यायपूर्ण आरक्षण मिलेगा। हमें रोजगार सृजन की दिशा में भी कार्य करना होगा। सार्वजनिक क्षेत्र में लोगों को आरक्षण का लाभ मिलता है। निजीकरण किए जाने से इसके लाभ से बहुसंख्यक लोग वंचित रह जाते हैं।