पोस्टमार्टम नहीं करने वाले सिविल सर्जन पर गिरी गाज

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Update: 2022-08-27 07:21 GMT

धमतरी। नवविवाहिता की पांच दिन पुराना शव के पोस्टमार्टम को लेकर कलेक्टर व एसपी ने डाक्टरों पर दबाव बनाया। पोस्टमार्टम नहीं करने पर सिविल सर्जन को कलेक्टर ने हटा दिया। इससे आक्रोशित डाक्टरों ने ओपीडी समेत सभी प्रकार के स्वास्थ्य सीधा बंद कर दिया है। ओपीडी में ताला जड़ दिया गया है।

इससे जिला अस्पताल में मरीजों की दिक्कत बढ़ गई है। कामकाज बंद कर डाक्टर समेत पूरा जिला अस्पताल के स्टाफ सीएमएचओ कार्यालय के सामने जाकर प्रदर्शन भी किया है। फिलहाल सभी डाक्टर व स्टाफ अस्पताल को छोड़कर बाहर निकल गए हैं, ऐसे में उपचार के लिए ओपीडी पहुंचे मरीज डाक्टरों के इंतजार में इधर-उधर भटक रहे हैं।

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा यूएल कौशिक को हटाने के विरोध में 27 अगस्त को अस्पताल के सभी डाक्टर समेत कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इमरजेंसी को छोड़कर सभी सेवाएं बाधित है। ओपीडी बंद होने से उपचार के लिए पंजीयन भी नहीं हो रहा है। आरएमओ डा राकेश सोनी ने बताया कि नवविवाहिता की सड़ी गली लाश केरेगांव थाना क्षेत्र से पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था।इस लाश का पोस्टमार्टम यहां संभव नहीं था। 5 डाक्टरों की टीम बनाई गई थी, लेकिन फोरेन्सिक एक्सपर्ट की टीम नहीं होने से शव को मेकाहारा रायपुर भेजा गया।

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