कुछ मंत्रियों-विधायकों की कट सकती है टिकट
20 विधायको की टिकट को लेकर संशय
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर लगातार बैठकें चल रही है। सीएम हाउस में रविवार को फिर बैठक रखी गई। जिसमें प्रत्याशी चयन को लेकर पैनल तैयार करने के लिए पार्टी के नेताओं के बीच देर रात तक चर्चा चलती रही। बैठक में तय हो गया है कि मंत्रियों की टिकट नहीं काटी जाएगी। हालांकि सूत्रों के मुताबिक दो मंत्रियों को लेकर अब भी संशय की स्थिति है, वहीं 14 विधायकों की टिकट भी खतरे में है।
बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत के बीच चर्चा हुई। इस दौरान बस्तर और बिलासपुर संभाग की सीटों को लेकर पैनल तैयार करने की प्रक्रिया देर रात तक चली। इस दौरान विशेष तौर पर कांकेर, जगदलपुर, नारायणपुर, बिल्हा, तखतपुर और सरगुजा संभाग के सामरी की सीटों में प्रत्याशी चयन को लेकर चर्चा की गई।
पदाधिकारियों से भी की गई रायशुमारी
संभागों की अलग-अलग विधानसभा सीटों को लेकर वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों से भी दावेदारों को लेकर फीडबैक लिया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संभागवार चर्चा के लिए कई पदाधिकारियों को सीधे सीएम हाउस बुलाया गया था। जानकारी के मुताबिक बस्तर और बिलासपुर संभाग की सीटों पर तैयार पैनल को लेकर नए सिरे से चर्चा की गई।
14 विधायक और 2 मंत्री डेंजर जोन में
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में कई जगहों से सिंगल नामों का पैनल था, लेकिन दिल्ली की सर्वे रिपोर्ट और यहां की रिपोर्ट में काफी अंतर पाया गया। कहा जा रहा है कि 14 ऐसे विधायक जिनकी सर्वे रिपोर्ट खराब आई है, उनमें से कुछ के नामों के सिंगल पैनल ही थे। वहीं जिन दो मंत्रियों की टिकट काटने की बात सामने आ रही थी, उन्हें दूसरे सीटों में मैनेज करने की कवायद भी चल रही है।
स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने वरिष्ठ नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि तैयार किए जा रहे नए पैनल के साथ किसी भी सीट में सिर्फ सत्ता-संगठन की गोपनीय रिपोर्ट और स्थानीय स्तर पर मिले फीडबैक को ही मद्देनजर रखा जाएगा।
प्रियंका के दौरे को लेकर भी चर्चा हुई
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी 21 सितम्बर को भिलाई में महिला सम्मेलन आयोजित महिला सम्मेलन में शामिल होने पहुंच रही है। बीती रात हुई बैठक में प्रियंका के दौरे को लेकर भी वरिष्ठ नेताओं के बीच चर्चा हुई और दौरे को लेकर मंत्रियों, विधायकों और पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की बात भी हुई।
छत्तीसगढ़ चुनाव जीतने कांग्रेस ने किया विभिन्न कमेटियों का गठन
छग विस चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कई समितियों का गठन किया है। इसमें कोर कमेटी में 7, इलेक्शन कैंपेन कमेटी में 74, कम्युनिकेशन कमेटी में 15 और प्रोटोकाल कमेटी में 25 नेताओं को जगह दी गई है। इसे संबंध में कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल आदेश जारी कर दिया है।
कोर कमेटी में छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा, सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, स्पीकर चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और मंत्री शिवकुमार डहरिया शामिल हैं।
संकल्प शिविर में टिकट के दावेदारों ने 50-50 हजार मांगने के लगाए आरोप
कांग्रेस के मुंगेली संकल्प शिविर में लेनदेन का गंभीर आरोप लगा है। विधानसभा दावेदारों से 50-50 हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया गया है। विधानसभा सीट की दावेदार सरिता भारद्वाज ने आरोप लगाए हैं कि राशि नहीं देने पर कार्यक्रम में अपमान किया गया। जिला संगठन प्रभारी सीमा वर्मा पर आरोप है कि कार्यक्रम से बाहर जाने की नसीहत दी। छग अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की सदस्य व कांग्रेस की मुंगेली विधानसभा दावेदार रत्नावली कौशल ने भी गंभीर आरोप लगाए। लेनदेन का ऑडियो भी उपलब्ध कराया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा के फोन की ऑडियो वायरल हो रही है। इस पूरे विवाद से कांग्रेस की बड़ी फजीहत हुई है। साथ ही गुटबाजी सामने आई है। संगठन पर उपेक्षा के आरोप लगाए हैं। इस पूरे मामले पर जिला संगठन प्रभारी सीमा वर्मा से पक्ष लेने के लिए टेलीफोन पर बात की गई, तो उन्होंने आरोप को पार्टी के घर का मामला बताते हुए कहा कि मौजूदा समय जिले में कांग्रेस का विधायक न होने की वजह से पार्टी के कार्यकर्ता ही मिलकर किसी कार्यक्रम को सफल बनाने खर्चों को वहन करते हैं। एक राय में सभी दावेदारों को खर्च का ब्योरा दिया गया था।
जिन दावेदारों ने खर्च में हिस्सेदारी नही दी, उन्हें पीछे बैठने को कहा गया। ये एक पार्टी अनुशासन का मामला था, किसी का अपमान मेरे द्वारा नहीं किया गया, रही बात लेनदेन का वो पार्टी का कार्यक्रम सफल बनाने सभी दावेदारों की सहमति अनुसार कार्यक्रम खर्च के वहन की बात थी। दावेदारों में सरिता भारद्वाज एक शिक्षिका हैं उनके विचार कांग्रेस विचारधारा से मिलते है ये अच्छी बात है पर उन्हें पार्टी संगठन में मुझ पर व पार्टी पर आरोप लगाने का अधिकार ही नहीं है।