लंगड़ी कहकर चिढ़ाते थे बच्चे, अब दिव्यांग नाबालिग ने किया नाम रोशन

Update: 2022-05-13 02:43 GMT

धमतरी। धमतरी की 14 वर्षीय दिव्यांग चंचल सोनी ने एक पैर से ही माउंट एवरेस्ट के प्रथम बेस कैंप तक 5,364 मीटर ऊंचाई नाप दी। हालांकि यह उंचाई नापना चंचल के लिए आसान नहीं था, क्योंकि जन्म से उसे एक पैर नहीं है। साथ में 60 फीसद दृष्टिबाधित 21 वर्षीय छात्रा रजनी जोशी ने भी चढ़ाई पूरी की। दोनों एग्जेक्ट फाउंडेशन संस्था की छात्रा है।

12 मई को धमतरी पहुंचने पर दोनों का रैली निकालकर शहर के नागरिकों ने स्वागत किया। जगह-जगह नागरिकों, समाजसेवी संगठन, राजनीतिक दलों ने स्वागत अभिनंदन किया। जिला कांग्रेस कमेटी ने घड़ी चौक में दोनों छात्राओं व टीम का स्वागत किया। चंचल सोनी ने बताया कि जब वे काफी छोटी थी, तब वे अन्य बच्चों के साथ खेलना चाहती थी। एक पैर नहीं होने की वजह से कोई भी बच्चा उन्हें अपने साथ नहीं खेलाना चाहता था। उसे बच्चे लंगड़ी कहकर चिढ़ाते थे। जन्मजात एक पैर नहीं होने के कारण परिवार के सदस्य लोग हंसेंगे सोचकर घर से बाहर नहीं निकालते थे।

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