पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समितियों की सक्रियता से मजबूत होगा बाल संरक्षण तंत्र: कलेक्टर

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Update: 2023-04-20 14:16 GMT
कवर्धा। कलेक्टर जनमजेय महोबे की अध्यक्षता मे किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2021 एवं मिशन वात्सल्य के तहत गठित समिति, जिला बाल संरक्षण समिति एवं जिला स्तरीय मॉनिटरिंग सह निरीक्षण समिति, लैगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण समिति टास्क फोर्स एवं सखी वन स्टॉप सेंटर की त्रैमासिक समीक्षा बैठक कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित की गई। कलेक्टर महोबे ने एजेण्डावार विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर महोबे ने एजेण्डावार समीक्षा करते हुए मिशन वात्सत्य के प्रावधानों का शत प्रतिशत पालन कर बाल संरक्षण कार्यक्रम एवं किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 के तहत् संचालित बाल देखरेख संस्थाओं का मानक अनुसार निरीक्षण, बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के लंबित प्रकरणों का यथा शीघ्र निपटान, सामाजिक जांच एवं फॉलोअप प्रावधान अनुसार निर्धारित समय में पूर्ण करने जिला बाल संरक्षण इकाई को निर्देश दिए।
कलेक्टर महोबे ने कहा कि भिक्षा वृत्ति के साथ नशा से लिप्त बच्चें एक बड़ी समस्या है। इन बच्चों का चिन्हांकित कर इसे दूर करने के लिए कार्य करे। सयुक्त टीम गठित कर एनजीओ, यूनिसेफ के साथ अभियान चलाते हुए समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाल विवाह रोकथाम, लैंगिक अपराधों से संबंधित गुड टच बैड टच का व्यापक प्रचार प्रसार करने करने और बाल अधिकार संरक्षण एवं महिला साक्तिकरण पर पंचायत एवं विकासखण्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को सक्रिय करने और सामाजिक कुरीति बाल विवाह के आयोजकों व सम्मिलित लोगो पर कड़ी कानूनी कार्यवाही करने निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे उपस्थित थे। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग आनंद तिवारी ने मिशन वात्सलय योजना की विस्तृत जानकारी दी।
कलेक्टर ने बाल विवाह पर नजर रखते हुए ग्राम स्तर पर बाल संरक्षण समिति सक्रिय करने के दिए निर्देश
कलेक्टर महोबे ने बाल विवाह पर नजर रखते हुए ग्राम स्तर पर बाल संरक्षण समिति सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया के अवसर पर बड़ी संख्या में विवाह आयोजन हो रहे है, इन पर नजर रखने तथा सक्रिय रहने की आवश्यकता है। बाल विवाह की सूचना प्राप्त होने पर त्वरित बाल विवाह रोकथाम के लिए टीम व अधिकारी अलर्ट रहे। कलेक्टर ने कहा कि पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समितियों के सक्रियता से बाल संरक्षण तंत्र मजबूत होगा। इससे जिले के प्रत्येक जरूरतमंद बच्चों तक बाल संरक्षण सेवाएं पहुचेगा।
शासन द्वारा संचालित बाल संरक्षण के विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी
बैठक में जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा एजेण्डावार मिशन वात्सल्य के तहत् संचालित एकीकृत बाल संरक्षण कार्यक्रम एवं किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 के तहत् संचालित शासकीय बाल गृह विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण जिला जेल निरीक्षण बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड में प्राप्त प्रकरणों का सामाजिक जांच एवं फॉलोअप ट्रैक द मिसिंग चाईल्ड केयरिंग मिशन वात्सल्य पोर्टल में तथा ऑनलाइन एंट्री कोविड-19 से बेसहारा हुये बच्चे पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन एवं बाल स्वराज पोर्टल विशेष किशोर पुलिस इकाई बाल विवाह रोकथाम लैंगिक अपराधों से संबंधित प्रकरणों पंचायत एवं विकासखण्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की विस्तृत जानकारी दी।
सुश्री नीतिका डडसेना संरक्षण अधिकारी नवा बिहान ने महिला सशक्तिकरण एवं सखी वन स्टॉप सेंटर की एजेंडावार जानकारी देते प्रस्तुत प्रकरणो के निराकरण भवन निर्माण सखी वन स्टॉफ सेंटर के संचालन की प्रक्रिया के बारे में बताया। इस अवसर पर प्रतिषेध अधिकारी अंजना तिवारी, अध्यक्ष विश्वनाथ साहू, सदस्य बाल कल्याण समिति सुश्री नितिका डडसेना, संरक्षण अधिकारी नवा बिहान संजय श्रीवास्तव, समाजिक कार्यकर्ता राजाराम चंद्रवंशी, सुश्री क्रान्ति साहू, संरक्षण अधिकारी श्रीमती विवाह भक्ति केंद्र प्रशासक सखी वन स्टॉप सेंटर रितेश तम्बोली, बाल कल्याण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला पंचायत, पुलिस विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, लोक अभियोजन स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, समाज कल्याण विभाग, नगर पालिका, जिला सेनानी, आदिम जाति कल्याण विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, शासकीय बालगृह, विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण चाईल्ड लाइन किशोर न्याय बोर्ड बाल कल्याण समिति सखी वन स्टाप सेंटर एवं आईसीपीएस के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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