मुख्यमंत्री ने इस मौके पर ग्रामीणों से राजीव गांधी किसान योजना सहित अन्य योजनाओं से मिल रहे लाभ के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत इस साल की पहली किश्त की राशि प्रेमनगर-रामनगर सहित राज्य के लगभग 22 लाख किसानों को दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने गांव में स्थापित गौठान और गोधन न्याय योजना के जरिए गांवों में रोजगार एवं आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए लोगों से आगे आने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि गौठान ग्रामीणों की सामूहिक संपत्ति है, इसकी देखरेख, इसे बेहतर ढंग से संचालित करने और इसके माध्यम से लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की जिम्मेदारी सभी लोगों की है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री खुरसुरा गौठान का मुआयना किया और स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने गौठान में महिला समूहों द्वारा आयमूलक विविध गतिविधियों के संचालन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। गौठान में महिला समूह द्वारा उत्पादित सब्जी को बाजार तक ले जाने के लिए ई-रिक्शा दिलाए जाने का भरोसा दिया। खुरसुरा गौठान में महिला समूह वहां निर्मित तालाब में मछली पालन करने के साथ ही बकरी पालन, मुर्गी पालन, मशरूम उत्पादन और दाल पिसाई मिल भी संचालित कर रही है। महिलाओं ने इस मौके पर मुख्यमंत्री को गौठान बाड़ी में उत्पादित सब्जियों से भरी टोकरी भेंट की और मुख्यमंत्री को खाने के लिए खीरा दिया। मुख्यमंत्री ने खीरा खाया और मीठास की तारीफ की। समूह की महिलाओं ने बताया कि उन्हें आयमूलक गतिविधियों से अब तक साढ़े तीन लाख रूपए की शुद्ध आय हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 2.19 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सूरजपुर भैयाथान रोड़ परपीढ़ा से खड़गवां बरपारा चौक सड़क, 2.87 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 9.5 किलोमीटर लम्बी बसदेई शारदापारा सड़क, विश्रामपुर सामुदायिक केन्द्र में 40 लाख रूपए की लागत से निर्मित हमर लैब, बसदेई स्वास्थ्य केन्द्र में 9 लाख रूपए की लागत से निर्मित 40 बिस्तर वार्ड, विश्रामपुर अस्पताल में 32 लाख रूपए की लागत से निर्मित नवीन वार्ड तथा 68.38 लाख रूपए की लागत से निर्मित 10 बिस्तर आईसोलेशन वार्ड का लोकार्पण करने साथ ही सूरजपुर जिला चिकित्सालय में 31 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाले जी टाइप स्टाफ क्वाटर का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री को भेंट-मुलाकात के दौरान स्कूली छात्रा मुस्कान प्रजापति ने बताया कि महतारी दुलार योजना की वजह से उसकी पढ़ाई जारी है। कोरोना की वजह से पिता की मृत्य की बाद पढ़ाई बंद होने की नौबत आ गई थी। 12वीं की छात्रा पिंकी राजवाड़े ने मुख्यमंत्री को बताया कि सरस्वती सायकल योजना के जरिए सायकल मिलने से स्कूल आना-जाना आसान हुआ है और वह 11वीं-12वीं की पढ़ाई कर रही है। दतिया के कृषि भूमिहीन अलाउद्दीन ने मजदूर न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ शासन द्वार दो किश्तों में मिली सहायता राशि के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इस योजना के तहत भूमिहीन परिवारों को प्रति वर्ष 7 हजार रूपए की मदद दी जाएगी। भेंट-मुलाकात के दौरान विद्युत संविदा कर्मचारी लोकनाथ साहू, पैरामेडिकल छात्र भारद्वाज सिंह, सिमरन अग्रवाल ने भी मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखी, जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।