मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम बेलपान में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की गतिविधियों का किया अवलोकन
तेजी से विकसित हो रहे रीपा में 8 युवा उद्यमी वेल्डिंग, सिलाई, कूलर मेकिंग, स्लीपर मेकिंग, सीमेंट पोल बनाने, लोहे के उपकरण बनाने के काम करेंगे। यहां भोजनालय और स्टेशनरी मार्ट का व्यवसाय भी होगा इसके लिए 8 व्यक्तिगत हितग्राहियों को 7.50 लाख रुपए का बैंक लोन भी स्वीकृत किया गया है और लगभग 3 लाख रुपए की सब्सिडी दी गई है। बेलपान में 6 महिला स्व-सहायता समूह द्वारा मसाला, वर्मी खाद, गोबर बिक्री, मशरूम उत्पादन एवं प्रोसेसिंग फ्लाई ऐश ब्रिक्स और सब्जी, बड़ी का काम भी किया जाएगा।रीपा के स्थापित होने से ग्रामीण उद्यमियों को और स्व-सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
बेलपान में स्थापित हो रहे रीपा में 31.50 लाख रुपए की लागत से फ्लाई ऐश से ईट बनाने का यूनिट शुरू होगा। यहां अत्याधुनिक मशीनों द्वारा फ्लाई ऐश ईट बनाई जाएंगी। जिनका उपयोग अधोसंरचना निर्माण और सरकारी तथा निजी क्षेत्रों के निर्माण कार्यों में किया जाएगा। इसके लिए यहां शेड, स्टोर और वर्किंग क्षेत्र के लिए आधा एकड़ भूमि विकसित की गई है। ईट बनाने के लिए फ्लाई ऐश सीपत के बिजली घर से लिया जाएगा। रीपा में मसाला उद्योग से 9 महिला सदस्यों के स्व-सहायता समूह लाभान्वित होंगे। इसे 19 लाख रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। यहां हल्दी पाउडर, मिर्ची पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला, अमचूर, मीट एवं चिकन मसाला सहित मिक्स मसाला और सब्जी मसाला बनाया जाएगा। मसाला यूनिट में बने उत्पादों को क्षेत्रीय बाजारों के साथ-साथ मॉल, सी मार्ट और शासकीय संस्थाओं में भी भेजा जाएगा। रीपा के मशरूम यूनिट में लगभग 17 लाख रुपए की लागत से आयसटर मशरूम यूनिट तैयार की जाएगी। इस यूनिट से कम कृषि भूमि वाले या भूमिहीन किसानों को मशरूम की खेती कर अधिक लाभ कमाने की ट्रेनिंग भी दी गई है। इस यूनिट से उत्पादित मशरूम को लोकल बाजार के साथ-साथ सी मार्ट, प्रतिष्ठित होटल और शासकीय स्कूल और छात्रावास में भी उपयोग किया जाएगा।