अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया बड़ा बयान, देखें VIDEO...

छग

Update: 2023-07-22 13:15 GMT
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अविश्वास प्रस्ताव को लेकर एक बड़ा बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि- अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष का हथियार है, उसका उन्होंने प्रयोग किया। हमने उसका अच्छे से जवाब दिया है। उनका “अविश्वास प्रस्ताव” गिर गया।
विधानसभा के सत्र में हुआ था हंगामा
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भूपेश बघेल के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. प्रस्ताव पर चर्चा भी शुरू हो गयी है. छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर कुल 109 आरोप लगाये हैं. इसमें युवाओं और कांट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को धोखा देने के आरोप शामिल हैं. बीजेपी के अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को चर्चा हुई. बीजेपी ने बुधवार को ही सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. इस पर शुक्रवार को चर्चा शुरू हुई. छत्तीसगढ़ विधानसभा के चार दिवसीय मानसून सत्र के आखिरी दिन बीजेपी के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत हुई. इसलिए इसके देर शाम तक चलने की संभावना है. इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने सत्ताधारी दल कांग्रेस पर कई मोर्चों पर विफल होने और युवाओं तथा संविदा कर्मचारियों को धोखा देने का आरोप लगाया. सदन में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आरोप पत्र पेश किया. छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने बहस की शुरुआत की. बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाया गया है, क्योंकि भूपेश बघेल की सरकार ‘बहरी’ और ‘गूंगी’ हो गयी है. यह सरकार लोकतंत्र की ‘हत्यारी’ बन गयी है.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि युवाओं पर भूपेश बघेल की सरकार ने जो अत्याचार किये हैं, वह अंग्रेजों द्वारा किये गये अत्याचारों से कहीं अधिक हैं. सप्ताह की शुरुआत में अनुसूचित जाति (एससी) और जनजाति वर्ग (एसटी) के युवकों द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र का उपयोग कर सरकारी नौकरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर किये गये 'नग्न' विरोध प्रदर्शन का जिक्र करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि इस सरकार में युवाओं को अपने कपड़े उतारने पड़ते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य का विकास नहीं कर सकती, बल्कि आत्म कल्याण में लगी हुई है. श्री अग्रवाल ने सत्ताधारी दल कांग्रेस के संगठन और मंत्रिमंडल में हुए हाल के बदलावों पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री को न अपने कैबिनेट सहयोगियों पर और न ही अपने पार्टी प्रमुख पर भरोसा है. वहीं, मंत्रियों को मुख्यमंत्री पर कोई भरोसा नहीं है.’ कांग्रेस नेता मोहन मरकाम को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने तथा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम को मंत्रिमंडल से हटाकर मरकाम को मंत्रिमंडल में शामिल करने का वह जिक्र कर रहे थे. इस दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने कथित शराब घोटाला समेत भ्रष्टाचार को लेकर भी कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. उनके भाषण के दौरान मंत्रियों और सत्ता पक्ष के विधायकों ने रोक-टोक की और उनके आरोपों पर पलटवार भी किया.
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