छत्तीसगढ़ी फाग गीत, रंगा देतेंव

Update: 2024-03-24 09:04 GMT

रायपुर। जनता से रिश्ता के पाठक ने छत्तीसगढ़ी फाग गीत ई-मेल किया है. जो मोखला का निवासी है. 

हाथ होतिस कहूं बेसन सनाय,

मयारुक के गाल रंगा लेतेंव ।

कइसे लगाही रंग वो मोला,

गाल मा गाल टेका देतेंव ।।

जेकर संग मन मोर लागय,

नजर ला थोरिक मिला लेतेंव ।

जेकर बिन मन नइ लागय,

रंग मा ओकर घोरा जतेंव ।।

ओकर बिन का होरी देवारी,

गोरी ल गांठी हार पहिरा देतेंव।

उड़ा जातिस जी ओढ़े चुनरी,

लजकुरहीन ला लजा देतेंव ।।

बात-बात मा ताना मरईया के,

होरी मा अबड़ मजा लेतेंव।

रंग सिन्दूरी माथ लगाके ,

गोरी नखरेली ला सजा देतेंव।।

रंग कभू झन होय पटपटहा,

गोरी संग होरी मना लेतेंव ।

किसन बंसुरिया रधिया पैरी जस,

ओकर नांव ल फगुवा गा लेतेंव।।

Tags:    

Similar News

-->