छत्तीसगढ़: महिला कृषक ने खेती को बनाया लाभ का धंधा

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Update: 2021-08-31 13:40 GMT

नारायणपुर। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए जिले के किसान पारपंरिक खेेती के स्थान पर अब सब्जियां उगाकर अपनी आमदनी बढ़ा रहे है। इन्ही किसानों में से एक है नारायणपुर जिले के ग्राम पंचायत माहका की महिला कृषक श्रीमती पुनेश्वरी बाई, जिन्होेने आधुनिक खेती को अपनाकर खेती को लाभ का धंधा बनाया है। उनके पति श्री मैनूराम खेती करते थे। उन्हीं से प्रेरित होकर श्रीमती पुनेश्वरी बाई ने सोचा कि खेती में नई तकनीकी का उपयोग कर परंपरागत खेती के स्थान पर सब्जियां आदि उगाकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। लगभग 4-5 वर्ष पहले उन्होने खेती शुरू की। श्रीमती पुनेशवरी ने बताया कि उसने अपने लगभग 01 एकड जमीन पर पत्तागोभी, फूलगोभी, प्याज, आलू, भिण्डी, करेला आदि लगाया है, जिसे वह जिले के हाट बाजारों, ग्रामों, कैम्पों में विक्रय कर आमदनी प्राप्त कर रही है। श्रीमती पुनेश्वरी बाई ने बताया कि पूरी मेहनत से खेती करना शुरू किया और हाईब्रिड बीज और नई-नई तकनीकों के उपयोग और बेहतर से आज वह दो से तीन गुना लाभ कमा रही है। वर्ष 2020-21 में आलू फसल 30 क्विंटल उत्पादन कर 2-3 लाख रूपये की आमदनी प्राप्त हुई। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत वर्ष 2019-20 में 2000 वर्गमीटर में शेडनेट हाउस निर्माण किया गया है। प्रतिदिन 15-20 किग्रा. सब्जी उत्पादन हो रहा है।

उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री मोहन साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन द्वारा किसानों को अधिक आय प्रदान करने हेतु विभिन्न योजनानाएं संचालित की जा रही है। जिनका लाभ लेकर किसान उन्नतशील कृषक बनने की ओर अग्रसर हो सकते है। उद्यानिकी विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत शेडनेट हाउस निर्माण लगभग 70 हजार 000 वर्ग मीटर में अनुदान 50 प्रतिशत एंव पाली हाउस 8000 वर्ग मीटर में 50 प्रतिशत अनुदान शासन द्वारा दी गई है।

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