छत्तीसगढ़: अवैध शिकार करने वाले दो आरोपियों को जेल, वन विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार राज्य में विभाग द्वारा वन अपराधों की रोकथाम के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। इस तारतम्य में विगत दिवस रायगढ़ वन मंडल के बरमकेला वन परिक्षेत्र अंतर्गत गोमर्डा अभ्यारण्य में विद्युत करेंट बिछाकर साम्हर का अवैध शिकार करने वाले दो फरार आरोपियों को बरमकेला के रेंजर सुरेंद्र कुमार अजय, वनपाल हीरालाल नायक के नेतृत्व में वन विभाग की टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर घात लगाकर आधी रात को भालूपानी से गिरफ्तार कर लिया गया। इस टीम में वनरक्षक हीरालाल चौधरी, कर्मसिंह राठिया, उग्रसेन नायक, नंदलाल खड़िया एवं बल्लाराम शामिल रहे। पकड़े गए दोनों आरोपी परमानंद बरिहा, पिता- हीरालाल बरिहा एवं शनिराम बरिहा, पिता- दयाराम बरिहा ग्राम भालू पानी के रहने वाले हैं। जबकि दो अन्य आरोपी संतोष और प्रेमलाल अब भी फरार हैं, जिन की पतासाजी की जा रही है। इनके खिलाफ पूर्व में भी अवैध शिकार के 2 प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।
वन मंडलाधिकारी रायगढ़ डॉ. प्रणय मिश्रा ने बताया कि गोमर्डा अभ्यारण अंतर्गत 19 मार्च को जंगली जानवर साम्हर की विद्युत करेंट प्रवाहित कर अवैध शिकार किया गया था। जिसके लिए वन अमला द्वारा आरोपियों को पकड़ने के लिए खूब मशक्कत किया जा रहा था और मुखबिरों का जाल फैलाया हुआ था। जिसके कारण विगत दिवस आधी रात को वन विभाग की टीम द्वारा दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। इनके खिलाफ 19 मार्च को वन अपराध के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय के आदेश से वन्य प्राणी साम्हर के शिकार में संलिप्त दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इस तरह से वन अमला की सक्रियता के कारण जंगली जानवरों के शिकार एवं तस्करी करने वाले आरोपी लगातार गिरफ्त में आ रहे हैं।