छत्तीसगढ़: तहसीलदार को देना पड़ा जिंदा होने का सबूत, ऐसा क्यों जानिए गहराई से?

अफवाहों से बचे

Update: 2021-05-09 15:58 GMT

महासमुंद ज़िले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ज़िला प्रशासन द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने तरीक़े से ख़ास कर ग्रामीण इलाक़े के लोगों को कोविड टीका लगवाने के लिए गाँव-गाँव, घर-घर जाकर जागरुक कर रहे है। महासमुंद के तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगो को कोरोना वैक्सीन लगवाने उन्हें प्रेरित क़र रहे है। ग्रामीणों में वैक्सीन को लेकर फैल रही ग़लत भ्रांतियों और अफ़वाह का समाधान करते तुमगाँव में महिला को समझाते हुए कहा कि आ रही खबर से तीसरी लहर ज़्यादा ख़तरनाक है। कोरोना से बचने के लिए टीका लगवाना ज़रूरी है। महिला व्हाट्सएप में आ रहे टीका के मैसेज का जिक्र कर रही। तहसीलदार ने महिला को समझाते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं दोनों टीका लगवा लिया है साथ ही उनके साथ आये पटवारी भी दोनों टीका लगवा चुका है। किंतु वे अभी तक नही मरे है। ज़िले के अधिकारी-कर्मचारी भी टीका लगवा रहे है। वे लोगों को समझा रहे कि आपकी सेहत की चिंता केंद्र और राज्य सरकार दोनों को है। राज्य शासन लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए टीका लगा रही है। आप सब पात्र लोग आगे आगे टीका लगवाए और अपने और अपने परिवार को इस बीमारी से सुरक्षित रखे ।

तहसीलदार श्री चोपड़ा स्वयं को जिंदा होने का सबूत बार -बार दे रहे हैं। पात्र लोगों को वैक्सीन लगवाने कह रहे। किंतु ग्रामीण महिला टीका नही लगवाने पर अडिग दिख रही थी। महिला ने व्हाट्सएप (सोशल मीडिया) में आ रहे मैसेज का जिक्र कििया। उन्होंने महिला के इस भ्रम को दूर किया गया। आख़िरकार मेहनत सफल हुई महिला बाद में टीका लगवाने राज़ी हुई। तहसीलदार ने लोगों से सोशल मीडिया (व्हाट्सएप ) में टीका को लेकर फैल रही ग़लत अफ़वाह पर ध्यान न देने की सलाह दी और पात्र लोगों से कोविड टीका लगवाने का आग्रह किया।

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