रायपुर। आज रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित धरना प्रदर्शन स्थल से छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के द्वारा अपनी 23 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया गया और विधानसभा का घेराव करने हुंकार रैली निकाली गई। इस रैली में उनका समर्थन करने पूर्व सांसद और आदिवासी नेता नंदकुमार साय मौजूद थे। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज की रैली में प्रमुख मांगे -
*सुकमा जिले के सिलेगर में हुए गोलीबारी में मारे गए ग्रामीणों को 50 लाख और घायलों को 5 लाख और मृतक के परिवार को शासकीय नौकरी दिए जाने।
*छत्तीसगढ़ प्रदेश में पेसा कानून के नियम अतिशीघ्र लागू करने
*छत्तीसगढ़ में विभिन्न शासकीय पदों में पदोन्नति हेतु आरक्षण लागू करने।
*विभिन्न ग्राम पंचायतों में सरपंच के पद को आदिवासी के लिए आरक्षित करने।
*रूम में 600 गांव जो उजड़े थे उन्हें वापस बसाने।
अपने संवैधानिक एवं नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा जैसी मांगों को लेकर आज धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान आदिवासी समाज के द्वारा प्रमुख आदिवासी नेता और मंत्री जैसे कवासी लखमा अमरजीत भगत अनिला भेड़िया और प्रमुखआदिवासी नेताओ का पुतला जलाया जिसके कारण प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झूमा झटकी भी हुई। यह रैली बूढ़ा तालाब धरना स्थल से रायपुर के जयस्तंभ चौक तक निकाली जानी थी जिसे रोकने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थी और इन्हें कालीबाड़ी चौक पर रोकने के लिए बैरिकेट्स लगाए गए थे परंतु प्रदर्शनकारियों के द्वारा बैरिकेट्स हटा जयस्तंभ चौक के लिए कूच किया गया।