छत्तीसगढ़: पीएम की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में राजयपाल उइके हुई शामिल, केंद्र से की ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर इंजेक्शन, एंबुलेंस दिलाने का अनुरोध

बड़ी खबर

Update: 2021-04-14 16:34 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रायपुर। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश-प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रसार और उनके नियंत्रण के मद्देनजर आज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से राज्यपालों की बैठक ली। इसमें केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उपस्थित थे। इस बैठक में राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने केन्द्र सरकार से छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर इंजेक्शन, एंबुलेंस की आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में आपूर्ति करने का अनुरोध किया।

सुश्री उइके ने कहा कि इस समय मानव जीवन बचाना सबसे प्राथमिक आवश्यकता है। अतः प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि केन्द्र सरकार द्वारा गरीबों के इलाज के लिए विशेष फंड के माध्यम से मदद की जाए, साथ ही तमाम साधन मुहैया कराए जाएं, जिससे छत्तीसगढ़ की जनता को कोरोना संक्रमण से राहत दिलाई जा सके और उनकी जान बचाई जा सके।
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी स्थिति गंभीर है। पिछले कुछ समय में मौतों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। पर्याप्त संख्या में लैब न होने के कारण आर.टी.पी.सी.आर. रिपोर्ट में मिलने विलंब हो रहा है, जिससे इलाज प्रारंभ करने में विलंब हो रहा है। अतः अनुरोध है कि छत्तीसगढ़ में पर्याप्त संख्या में टेस्टिंग लैब की व्यवस्था की जाए, जिससे जल्द रिपोर्ट मिल सके, जिससे उनका जल्द इलाज प्रारंभ किया जा सके और उनका जीवन बचाया जा सके।
राज्यपाल ने सुझाव दिया कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्थापित छोटे छोटे निजी चिकित्सालयों में आक्सीयुक्त बेड की सुविधा है उन्हें चिन्हित कर किसी योजना में जोड़कर फंडिंग की जाए, जिससे ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या बढ़ जाएगी। पूर्व के संविदा पैरामेडिकल स्टाफ की पुनः भर्ती कर सेवाएं ली जाए। साथ ही अर्धसैनिक बलों के कुशल पैरामेडिकल स्टाफ की सुविधा मुहैया कराई जाए, जिससे उनके माध्यम से यहां के मरीजों का इलाज में मदद मिले।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि कोरोना संक्रमण के प्रथम चरण में प्रधानमंत्री द्वारा जो देश की जनता के नाम संदेश दिया गया था, उससे जनता में उत्साह का वातावरण निर्मित हुआ था। उसी प्रकार पुनः जनता के नाम संदेश दिया जाए, जिससे प्रदेश की जनता को कोरोना संक्रमण से लड़ने की ऊर्जा मिले और मार्गदर्शन मिले। साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा समय-समय पर कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए गाईडलाइन जारी किया गया है, उसे प्रभावी ढंग से लागू कराया जाए।
सुश्री उइके ने बताया कि उनके द्वारा प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों सहित अन्य जिलों में दौरे किये गए, जिसमें आम जनता से कोरोना संक्रमण से बचने के उपायों का पालन करने का आग्रह किया गया। साथ ही एन.सी.सी. एवं एन.एस.एस. के कैड्टस, रेडक्रास के वालेंटियर को कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए कार्य करने को कहा गया और उनका सम्मान भी किया गया। साथ ही सभी विश्वविद्यालयों और छात्र-छात्राओं को आम जनता को जागरूक करने के लिए कहा गया। सुश्री उइके ने बताया कि उनके द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस तथा अन्य कार्यक्रमों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित किया गया तथा स्वास्थ्यकर्मी, चिकित्सकों फील्ड में तैनात महिला पुलिसकर्मी, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से चर्चा की गई और उनका उत्साहवर्धन किया गया। वीडियो कांफ्रेसिंग में विभिन्न प्रदेशों के राज्यपाल भी शामिल हुए।
Tags:    

Similar News

-->