छत्तीसगढ़: 8 अनुविभागीय अफसरों को नोटिस, इस मामले में कलेक्टर ने मांगा जवाब
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जशपुर। कलेक्टर महादेव कावरे ने दुलदुला विकासखंड के आरईएस के अनुविभागीय अधिकारी अविनाश मिंज, पत्थलगांव विकासखंड के आर.पी. कुठार, फरसाबहार विकासखंड के अजीज अहमद सिद्दीकी, मनोरा विकासखंड के सोनसाय पैंकरा, बगीचा विकासखंड के मनोज कुजूर, कांसाबेल विकासखंड के एस.डी. विसंदे, जशपुर विकासखंड के बी.आर.साहू, कुनकुरी विकासखंड के अविनाश मिंज को स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि संदर्भित पत्र क्रमांक 01 एवं 02 के माध्यम से नरवा विकास कार्यक्रम के अंतर्गत तैयार किए जा रहे नरवा, ईडीपीआर एवं केएमजेड फाईल इस कार्यालय को उपलब्ध कराने के साथ नरवा डीपीआर में प्रस्तावित समस्त कार्यों की स्वीकृति 15 दिवस के भीतर कराने हेतु निर्देशित किया गया था। किंतु आपके द्वारा आज दिनांक तक नरवा डीपीआर में प्रस्तावित कार्याें की स्वीकृति नहीं कराई गई है और न ही नरवा ई-डीपीआर एवं केएमजेड फाईल इस कार्यालय को उपलब्ध कराया गया है। जिससे राज्य कार्यालय नरवा, ई-डीपीआर, एवं केएमजेड फाईल प्रेषित किएजाने में विलंब हो रही हैं। स्पष्टीकरण में कहा गया है।
शासन की महत्वपूर्ण नरवा कार्यक्रम हेतु ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है जिस संबंध में आपको जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है किंतु आपके द्वारा नोडल अधिकारी के दायित्वों का निर्वहन पूर्ण रूप से नहीं किया जा रहा है जो कि अत्यंत निराश जनक है एवं कार्याें के प्रति लापरवाही प्रदर्शित करता है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि आपके द्वारा मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में रूचि नहीं ली जा रही है एवं उच्च अधिकारी के द्वारा दिए गए निर्देशों की अवहेलना की जा रही है।
अतः आपको निर्देशित किया जाता है। नरवा ई-डीपीआर एंव केएमजेड फाईल एवं नरवा डीपीआर में प्रस्तावित समस्त कार्याें को 5 दिवस के भीतर स्वीकृत कराते हुए उक्त कार्याें में विलंब होने का स्पष्ट कारण देते हुए अपना स्पष्टीकरण कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करें। जवाब प्रस्तुत नहीं करने अथवा संतोष जनक नहीं पाए जाने की दशा में आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार है।