छत्तीसगढ़: प्रौढ़ शिक्षार्थी के आंकलन के लिए 30 सितंबर को महापरीक्षा अभियान का आयोजन
केन्द्र प्रवर्तित पढ़ना-लिखना अभियान की समय-सीमा भारत सरकार द्वारा 30 सितंबर 2021 तक बढ़ायी गई है।
रायपुर, केन्द्र प्रवर्तित पढ़ना-लिखना अभियान की समय-सीमा भारत सरकार द्वारा 30 सितंबर 2021 तक बढ़ायी गई है। इस वर्ष प्रदेश में ढाई लाख असाक्षरों को साक्षर किए जाने का लक्ष्य है। इन प्रौढ़ शिक्षार्थियों के आंकलन के लिए 30 सितंबर को महापरीक्षा अभियान का आयोजन प्रदेश के 28 जिलों में प्रातः 10 बजे से 5 बजे तक किया गया है। परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने के लिए 3 घण्टे का समय दिया जाएगा। शिक्षार्थी सुविधा अनुसार निर्धारित समय के भीतर आंकलन में सम्मिलित हो सकेंगे।
स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने सभी जिला कलेक्टरों को महापरीक्षा आयोजन के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए है। कलेक्टरों से कहा गया है कि शिक्षार्थी आंकलन में गुणवत्ता बनाए रखने की दृष्टि से यह आवश्यक है कि ऐसे शिक्षार्थी भी आंकलन में शामिल होंगे जिनका नाम सीजीस्कूलडॉटइन पोर्टल में अपलोड हो और जिनके द्वारा मोहल्ला साक्षरता केन्द्र में बुनियादी साक्षरता अर्थात पढ़ना-लिखना व सामान्य अंक ज्ञान प्राप्त कर लिया गया हो। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में जिले को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए है। जिले को दिए गए लक्ष्य अनुसार शत-प्रतिशत प्रौढ़ शिक्षर्थियों (15 वर्ष से अधिक आयु) को 30 सितंबर को महापरीक्षा अभियान में शामिल किए जाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाए। महापरीक्षा अभियान की मूल्यांकन रिपोर्ट स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल में दर्ज कराने के लिए जिले के दक्ष व्यक्तियों की सेवाएं लेकर इसे 10 अक्टूबर तक राज्य कार्यालय में भेजा जाए, ताकि शिक्षार्थियों को एनआईओएस का प्रमाण पत्र प्रदान किया जा सके। स्वयंसेवी शिक्षकों को राज्य स्तर से प्रमाण पत्र प्रदान किया जा रहा है।
कलेक्टरों से कहा गया है कि महापरीक्षा अभियान की तैयारियों की समीक्षा के साथ ही इसका व्यापाक प्रचार-प्रसार भी करवाएं। 30 सितंबर को महापरीक्षा अभियान की मॉनिटरिंग करते हुए जिला और विकासखंड स्तर के अधिकारियों को कार्य दायित्व सौंपते हुए इस महापरीक्षा अभियान की सफलता सुनिश्चित करें।