छत्तीसगढ़: समझाइश का हुआ असर, पहली बार 27 वर्षीय युवक ने लगवाया कोरोना टीका

कोरोना वैक्सीनेशन

Update: 2021-06-22 16:30 GMT

फाइल फोटो 

रायगढ़। जनपद पंचायत बरमकेला के ग्राम पंचायत लुकापारा में कोविड-19 के टीकाकरण के दौरान एक सुखद वाकया देखने को मिला, जहां एक नव युवक गणेशराम साहू ने कोविड टीकाकरण में लगी टीम के समझाईश के असर से 27 साल में पहली बार किसी तरह का टीका लगवाया है। उसने आज टीकाकरण केन्द्र पहुंचकर खुद से यह टीका लगवाया है।

38 वर्षीय गणेश राम साहू जो कि एक दिहाड़ी कृषि मजदूर है और गंाव में रह कर जीवन-यापन कर रहा है। टीकाकरण अभियान में उसके पूरे परिवार का टीकाकरण हो चुका है, परंतु गणेशराम को बार-बार समझाने पर भी वह टीकाकरण के लिए राजी नहीं हो रहा था। ग्राम के सरपंच, सचिव एवं अन्य टीम के द्वारा बार-बार समझाने के बावजूद भी यह तर्क देता रहा कि 'मैंने पिछले 27 सालों से किसी भी प्रकार का इंजेक्शन नहीं लगवाया है, मैं पूरी तरह से स्वस्थ्य हूँ तथा मैं कोरोना जैसे महामारी से नहीं डरता हूँ। उसने टीकाकरण को लेकर गलत धारणा बनायी थी और कहता था कि इंजेक्शन लगाने से शायद मैं बीमार पड़ जाऊं। बार-बार उसके द्वारा मना करने पर श्री नीलाराम पटेल मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत बरमकेला को सूचित किया गया और सीईओ द्वारा उसे बार-बार समझाने को कहा गया। ग्राम पंचायत लुकापारा के सरपंच श्री देवानंद सामल, सचिव श्री रंजित सिंह सिदार एवं पूरी टीम हिम्मत न हारकर उसे लगातार समझाते रहे कि रायगढ़ जिले में ही 7 लाख से अधिक टीके लगाये जा चुके है। इसमें कहीं किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। टीम जब 22 जून 2021 को गणेशराम साहू के घर पहुंचकर संबंधित को जब इस महामारी के विषय में बताया कि कोरोना जैसे माहमारी से बचने के लिए टीकाकरण कितना आवश्यक है तथा एक व्यक्ति के टीका नहीं लगाने से संक्रमण गांव के दूसरे व्यक्ति से तीसरे व्यक्ति में फैलने से कोरोना के चैन को हम कभी नहीं तोड़ पायेंगे। ये सारी बातों को सुनकर कर अंत में गणेशराम कोरोना का टीका लगवाने हेतु टीकाकरण सेन्टर में जाकर स्वस्र्फूत टीका लगवाया। इससे यह सिद्ध होता है कि 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।'

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