छत्तीसगढ़: गर्भवती माताओं और 3 से 6 साल के बच्चों के लिए टिफिन के जरिए घर-घर पहुंचाया जाएगा खाना

कोरोना के बढ़ते ग्राफ के बीच राज्य सरकार को प्रदेशवासियों की चिंता है.

Update: 2022-01-05 18:06 GMT

रायपुर: कोरोना के बढ़ते ग्राफ के बीच राज्य सरकार को प्रदेशवासियों की चिंता है. कोरोना कहर के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐसे जिले जहां कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए आंगनबाड़ी तथा मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद किया गया है, वहां सभी श्रेणी के पात्र हितग्राहियों को रेडी-टू-ईट वितरण जारी रखने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही गर्भवती माताओं एवं 3 से 6 वर्ष के बच्चों को घर-घर जाकर टिफिन व्यवस्था के माध्यम से गरम भोजन प्रदान करने कहा है.

इस संबंध में मंत्रालय से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों, संभागायुक्तों, जिला कार्यक्रम अधिकारियों, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारियों और बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया है.

4 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी दर वाले जिलों में आंगनबाड़ी बंद
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के वर्तमान प्रसार को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम हेतु 4 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी दर वाले जिलों में आंगनबाड़ी तथा मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद रखने के निर्देश दिए हैं.
जारी आदेश में दिए गए ये अहम निर्देश
मंत्रालय से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अन्तर्गत जिला स्तर पर निर्धारित मीनू अनुसार गरम भोजन एवं पोषण सामग्री का वितरण यथावत् रहेगा. सार्वजनिक कार्यक्रम जैसे सुपोषण चौपाल, समूह की बैठकें इत्यादि नहीं होंगे पर गृह भेंट के माध्यम से स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा तथा सजग अभियान अन्तर्गत प्राथमिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) की गतिविधियां निरंतर रखी जायेंगी. इसके साथ ही अधिकारियों को कोविड प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए बच्चों की वृद्धि निगरानी तथा बच्चों एवं महिलाओं का नियमित टीकाकरण व स्वास्थ्य जांच करने कहा गया है.


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