छत्तीसगढ़: होली के दिन में जमकर हुई मारपीट, 40 लोग पहुंचे इलाज के लिए अस्पताल
बिलासपुर। इस बार होली के हुड़दंग में मारपीट और सड़क दुर्घटनाओं के चलते करीब 40 लोग देर शाम तक शहर के प्रमुख अस्पतालों की इमरजेंसी में पहुंचे। इनमें से ज्यादातर को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि कुछ को भर्ती किया गया। हालांकि, कोरोना की वजह से इस साल बार होली के हुड़दंग में घायल होकर अस्पताल पहुंचने वालों की संख्या कम रही। आमतौर पर यह आंकड़ा 100 से अधिक रहता था। आंख में रंगने से समस्या के भी गिने-चुने केस पहुंचे।
इस साल लोगों ने होली खेलते वक्त संयम रखा गया। इससे सड़कों पर अंधाधुंध वाहन दौड़ाने वाले कम दिखाई दिए। इसका सीधा असर दुर्घटनाओं और मारपीट के कम मामलों के रूप में देखने को मिला। छिटपुट घायलों ने निजी अस्पतालों पर इलाज कराया। थोड़े गंभीर मरीज ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। वही सिम्स में 16 और जिला अस्पताल से आठ मामले सामने आए हैं।
सीएमएस डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि इमरजेंसी में अब तक 40 मरीजों को भर्ती कराया गया। इनमें से ज्यादातर मामले मारपीट और सड़क हादसों में घायलों के थे। कुछ मरीजों ने आंख में रंग जाने की शिकायत भी बताई। हालांकि, इनमें से कोई ज्यादा गंभीर मामला नहीं था। हालांकि, किसी की भी हालत गंभीर नहीं थी। एक या दो मरीजों को ही भर्ती करना पड़ा। बाकी को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया।
कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ
इस बार पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से होली का पर्व बना है। होली खेलने के समय कोई भी बड़ा मामला सामने नहीं आया है। कुछ मामलों के अलावा किसी भी क्षेत्र में बड़ी घटना नहीं हुईं हैं। बीते कुछ सालों से लगातार होली के दौरान होने वाली दुर्घटना कम होने लगी है। इससे पुलिस के साथ मेडिकल टीम को भी राहत मिली है। आम तौर पर शराब के नशे में दुर्घटना या मारपीट की वजह से कोई न कोई गंभीर रूप से घायल हो जाता है। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ।