छत्तीसगढ़: पिता की मजबूरी, बच्ची का इलाज कराने चला 12 किमी पैदल, पढ़े दिल को छू लेने वाली खबर

ये तस्वीर एक पिता की है जो अपनी बेटी को इलाज के लिए कंधे पर बैठाकर पैदल 12 किलोमीटर दूर जा रहा है

Update: 2020-12-03 01:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | छत्तीसगढ़: ये तस्वीर एक पिता की है जो अपनी बेटी को इलाज के लिए कंधे पर बैठाकर पैदल 12 किलोमीटर दूर जा रहा है। ये कुआकोंडा ब्लॉक के पेड़का गांव का रहने वाला नंदा है जिसकी बेटी दो दिन से उल्टी-दस्त से बीमार है। इतनी दूर जाना मजबूरी है क्योंकि गांव से 3 किलोमीटर दूर अरनपुर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर दो दिन बंद है। नंदा ने बताया दो दिन से अरनपुर अस्पताल जा रहा हूं पर वहां ताला लगा था इसलिए मजबूरी में बेटी को लेकर बुधवार को 12 किमी दूर समेली लेकर जा रहा हूं। दरअसल, दंतेवाड़ा के अरनपुर, टेटम, मोलसनार, गुड़से, चिकपाल जैसे अस्पतालों में कर्मचारियों की कमी की वजह से आए दिन ताला लगा रहता है।

टीकाकरण में ड्यूटी लगी अस्पताल बंद करना गलत
कुआकोंडा बीएमओ विजय कर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी जेई टीकाकरण और कोरोना जांच में लगी हुई है, लेकिन अस्पताल बंद नहीं किया जाना है। पता करते हैं अस्पताल में बुधवार को किसकी ड्यूटी थी।
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