
रायपुर। निजी टिप्पणी करते हुए एक बार फिर से विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के नेता आपस में भिड़ गए हैं, लिहाजा कुछ देर के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित करना पड़ा। दरअसल अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में कार्रवाई जारी है। इसी दौरान एसटी-एससी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहन मरकाम के भाषण के दौरान जमकर हंगामा हुआ। भाषण में रुकावट से परेशान मोहन मरकाम ने कहा नीरव, ललित मोदी चोर है, जिसे चोर ही कहेंगे। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने भी नारेबाजी की चौकीदार चोर है। कांग्रेस की तरफ से इस नारेबाजी का जवाब देते हुए भाजपा ने उनके नेता राहुल गाँधी को भ्रष्ट बता दिया। वही इस वाद-विवाद के बीच सड़क की कार्रवाई रोकनी पड़ी।
बता दे कि आज छत्तीसगढ़ के विधानसभा के मानसून सत्र का आखिरी दिन रहा। उम्मीद के मुताबिक़ सत्र का आखिरी और चौथा दिन हंगामेदार रहा। एक ओर जहां भाजपा की तरफ से राज्य सरकार के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर बहस जारी हैं तो वही नेता आपस में श्रीराम को लेकर आपस में भिड़ रहे हैं। इसके अलावा विपक्ष ने सरकार के खिलाफ 109 पन्नो का आरोप पत्र भी लाया है।
प्रश्नकाल में आज आदिम जाति विकास मंत्री मोहन मरकाम, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रवींद्र चौबे, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिल भेड़िया अपने विभाग से जुड़े प्रश्नों का उत्तर दे रहे। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, पिछड़ा वर्ग एवं ग्रामीण विकास मंत्री मोहन मरकाम विभिन्न पत्रों को पटल पर रखा।
दरअसल कार्रवाई के आखिर दिन विधानसभा में भाजपा नेताओं की तरफ से ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए गए। इस नारेबाजी के बाद कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा युद्धक राम की बाते कर रहे है जबकि उनके राम प्रेम बांटने वाले हैं। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस श्रीराम का विरोध करते करती हैं। भाजपा के इस दावे पर रविंद्र चौबे हमलावर हो गए उन्होंने इतिहास याद दिलाते हुए कहा कांग्रेस ने श्रीराम मंदिर का ताला खुलवाया था चौबे के इस दावे पर धरमलाल कौशिक ने पलटवार किया कि कोर्ट के आदेश से ताला खुला है। वाद-विवाद बढ़ा तो रविंद्र चौबे ने कहा राम मंदिर भी कोर्ट के आदेश पर बन रहा।