छत्तीसगढ़: निजी अस्पताल पर लगा बेड बिलिंग और इंजेक्शन कालाबाज़ारी का आरोप, प्रशासन ने एक माह का लाइसेंस किया रद्द
प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजनांदगांव। कोविड-19 के दूसरे दौर में संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालयों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। इसी कड़ी में शहर से 3 किमी दूर ग्राम सुंदरा स्थित सुंदरा मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में बरती गई लापरवाही के चलते अस्पताल का पंजीयन एक माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।
राजनांदगांव जिले में कोविड-19 के दूसरे दौर में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ते देखकर राज्य शासन के द्वारा जिले के कुछ निजी चिकित्सालयों को भी इलाज के परमिशन दी गई है।
पिछले कुछ समय से शहर के समीप स्थित मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल सुंदरा में बेड बिलिंग और रेमडेसिविर इंजेक्शन के संबंध में शिकायत आई थी, जिस पर कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम की अध्यक्षता में संयुक्त टीम नियुक्त करके जांच करवाई गई थी।
जांच के बाद अस्पताल के मालिक से स्पष्टीकरण मांगा गया था। स्पष्टीकरण सही नहीं पाए जाने पर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा नर्सिंग होम एक्ट के तहत अस्पताल को एक महीना के लिए निलंबित कर दिया गया है। साथ ही निर्देशित किया गया है कि किसी भी नए मरीज को भर्ती न किया जाए।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि नर्सिंग होम एक्ट में दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किए जाने के कारण अस्पताल को 1 महीने के लिए निलंबित किया गया है ।
अस्पताल प्रबंधन द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण तथ्यों से परे और अस्वीकार्य है । हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा रेमडीशिविर इंजेक्शन को लेकर दस्तावेजी साक्ष्य में फेरबदल की गई है।