छत्तीसगढ़: शिक्षा विभाग में 42 युवाओं को मिली सरकारी नौकरी, अनुकंपा नियुक्ति पर मुख्यमंत्री के निर्णय का मिला लाभ

Update: 2021-06-02 16:15 GMT

रायपुर। अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में 10 प्रतिशत की सीमा शिथिल करने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्णय से युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के द्वार खुल गये है। यह सीमा 31 मई 2022 तक के लिए शिथिल की गई है। 10 प्रतिशत की सीमा के शिथिल होने से शिक्षा विभाग में 42 कर्मचारियों के बच्चों के लिए रोजगार का रास्ता खुल गया।

आज मंथन सभाकक्ष में कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने प्रतीकात्मक रूप से शिक्षा विभाग के लिए नियुक्ति पत्र 6 युवाओं को सौंपे। कलेक्टर ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आप लोग पूरी निष्ठा के साथ सौंपे गए दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी. दासरथी द्वारा तत्परता दिखाते हुए इन प्रकरणों के निराकरण हेतु उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति शासकीय सेवक के सेवा कार्य के दौरान असामयिक निधन उपरांत आश्रितों का अधिकार है। जिन 42 लोगों को अनुकंपा नियुक्ति दी गई है उनमें 39 सहायक ग्रेड-03 एवं 03 पद भृत्य के शामिल है। इनमें 15 युवा ऐसे है जिनके परिजनों की असामयिक मृत्यु कोविड के कारण हुई थी।

नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के पश्चात युवाओं ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्णय से हमारे परिवार को बड़ी राहत मिली है। ग्राम सैदा निवासी सुश्री विनिता मिश्रा ने बताया कि उन्हें शासकीय स्कूल तारबहार में सहायक ग्रेड-03 के पद पर नौकरी मिली है। वे कहती है कि इस निर्णय से अनेक परिवारों को लाभ पहंुचेगा जिनके अभिभावक शासकीय सेवा में थे और जिनका असमय देहावसान हो गया। सुश्री स्वीटी जायसवाल ने बताया कि उनके पिता के असामयिक निधन से उनका पूरा परिवार बिखर गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा लिए गए निर्णय से आज उन्हें नौकरी मिल पाई है। इससे उनके परिवार को संबल मिला है। श्री प्राजंल सिंह राठौर ने बताया कि कैबिनेट के निर्णय के बाद उम्मीद थी कि जल्द ही अनुकंपा नियुक्ति मिल जाएगी लेकिन निर्णय के बाद इतनी जल्दी मिल जाएगी। यह मालूम नहीं था। श्री आशुतोष रजक ने बताया कि उन्हें उनके पिता के स्थान पर नौकरी मिली है। वे कहते है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा लिया गया यह निर्णय उनके जैसे सभी परिवारों को हौसला देने वाला है। संकट की इस घड़ी में उनके द्वारा लिया गया यह निर्णय हमारे लिए राहत लेकर आया है। उन्होंने कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर एवं शिक्षा विभाग को भी इस पर तत्परता से अमल करने पर धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में एडीएम सुश्री नुपूर राशि पन्ना, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी. दासरथी एवं शिक्षा विभाग के सहायक संचालक श्री संदीप चौपड़े मौजूद थे।

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