चेंबर चुनाव: दोनों पेनल अब सुआ नाचते नजर आएंगे

धनबल, बाहुबल और छलकपट के साथ चेंबर का चुनावी महाभारत होगा रोचक

Update: 2020-11-16 06:25 GMT

दिवाली मिलन है बहाना मकसद है वोटरों को रिझाना, कौन होगा कामयाब?

ज़ाकिर घुरसेना

रायपुर। छत्तीसगढ़ चेम्बर चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे उम्मीदवारों की धड़कने बढ़ते जा रही है। जनसम्पर्क तेज कर व्यापारी मतदाताओं से संपर्क बढ़ा रहे हैं। व्यापारी एकता पैनल और जय व्यापर पैनल के लोगों ने पसीना बहाना प्राम्भ कर दिया है। एक तरफ भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के छोटे भाई योगेश अग्रवाल हैं, तो दूसरी तरफ कैट के अमर पारवानी किस्मत आजमा रहे हैं। इससे चुनाव की रोचकता और बढ़ गई है। व्यापारी एकता पैनल और जय व्यापारी पैनल दोनों की पृष्ठभूमि व्यापारिक होने के अलावा सामाजिक और राजनीतिक बैक ग्राउंड से भी वे ताल्लुक रखते हैं। इन सबको देखते हुए चुनाव में घमासान होने का अंदेशा बढ़ गया है।

पिछले चुनाव प्रगति पैनल से अमर गिडवानी ने चुनाव लड़ा था, जिसको वर्तमान जय व्यापार पैनल के मुख्य कर्ताधर्ता अमर पारवानी ने ही अपने सपोर्ट से परदे के पीछे रहकर लड़वाया था, उस चुनाव में जितेन्द्र बरलोटा ने विजय हासिल किया था, तभी यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि आने वाले चुनाव में अमर पारवानी अपनी बाजी फाइनल करेंगे। श्रीचंद सुंदरानी ग्रुप ने पिछले 25 सालों से छत्तीसगढ़ चैम्बर्स ऑफ कामर्स को अपना कार्यक्षेत्र बनाकर रखा था और भाजपा के के नेता रूप में रायपुर शहर में वो अपनी छवि बनाने में कामयाब भी रहे, इसी छवि के कारण भाजपा ने उन्हें शहर अध्य्क्ष भी बनाया।

माहिर राजनीतिक खिलाड़ी का परिचय देते हुए श्रीचंद सुंदरानी आगे बढ़े गए है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ चैम्बर्स आफ कामर्स जातिकरण-जातिवाद से अछूता नहीं ह,ै इसी समीकरण को ध्यान में रखते हुए तत्काल चतुर खिलाड़ी का परिचय देते हुए छत्तीसगढ़ के वरिष्ठतम भाजपा नेता के भाई को व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष के रूप में घोषणा कर दी और शतरंज की चाल चलते हुए कोषाध्यक्ष, महामंत्री और बचे हुए बाकी पदाधिकारी का खेमे से मजबूत दावेदारी की हैसियत रखने वाले अपने पैनल में शामिल कर लिया। चैम्बर के पुराने और वरिष्ठ सदस्य कमोबेश एक ही सामाजिक समूह होने के कारण चेम्बर चुनाव की रोचकता दिन प्रतिदिन बढऩे वाली है। योगेश अग्रवाल व्यापारी एकता पैनल के चेम्बर चुनाव में शत-प्रतिशत सफलता मानकर चुनाव के समर में कूद गए हैं, जाति समीकरण के अनुसार 4 से 5 हजार के बीच में सिंधी समाज के वोट होने की बात कही जा रही है, वहीं बनिया,मारवाड़ी अग्रवाल समाजकी सदस्य संख्या लगभग 5500 से 6000 की आंकी जा रही है, बाकि समाज की गिनती 500 के अंदर ही है, प्राय: प्राय: यह माना जा रहा है कि अब ऐसे में कौन सा पैनल अपना हित साधते हुए विभिन्न समाजों को अपने विश्वास में लेते हुए जीत का परचम लहराएगा। क्योंकि जाति समीकरण के बाद भी मत विभाजन पर नजर डाला जाय तो दोनों पेनल में समर्थकों की संख्या अमुमन बराबरी का टक्कर दिखाई दे रहा है। अब दिवाली बाद चुनाव की सरगर्मी और तेज होने के साथ व्यापारी एकता पेनल और जय व्यापार पेनल के समर्थक व्यापारिक प्रतिष्ठानों और व्यापारिक केंद्रों में सुआ नाचने जाने वाले है जहां उन्हें आशीर्वाद के रूप में वोट और समर्थन मिलने वाला है। चेंबर चुनाव जीतने के लिए दोनों पेनल के कर्ताधर्ताओं ने दिवाली के पूर्व ही चुनाव प्रचार के दौरान जमकर खर्चा कर शुभकामना संदेश के साथ ड्राय फू्रट का लक्जरी पैकेट पहुंचाकर आशीर्वाद मांगने के साथ पुराने संबंधों की दुहाई दे रहे है। अब दिवाली मिलन समारोह का जश्न शुरू हो गया है, जिसमें दोनों पेनल जमकर सुआ नाचते नजर आ रहे है।

प्रतिष्ठा के नाम पर होगा धनबल और बाहुबल को उपयोग

व्यापारियों कम राजनीतिक समूह वाले इस संगठन के चुनाव में हर सदस्य राजनीतिक पृष्ठ भूमि से जुड़े होने के कारण अब यह चुनाव प्रतिष्ठापूर्ण हो चुका है, जिसमें काबिज होने के लिए हर तरह के नुख्शे अपनाए जाएंगे। साम,दाम, दंड,भेद की चाणक्य नीति अपना कर हर हाल में दोनों पेनल ऐड़ी चोटी का जोर लगाते नजर आने वाले है। चेंबर की सत्ता से जुड़े लोगों की मानें तो यह चुनाव लोकसभा-विधानसभा की तरह ही होने वाला है क्योंकि सभी जिला मुख्यालयों में मतदान होगा और गिनती रायपुर में होगी।

इस प्रक्रिया में सक्सेस होने के लिए दोनों पक्ष जमकर धनबल और बाहुबल का प्रयोग करने से भी नहीं हिचकेंगे। क्योंकि यह भले ही राजनीतिक नहीं हो लेकिन इसे राजनीतिक बनाकर प्रतिष्ठापूर्ण बना दिया गया है। जो पूरे प्रदेश के व्यापारियों के हित में पूरे तीन साल तक काम करेगा।

यह चुनाव होगा हाई प्रोफाइल

जनता से रिश्ता ने पहले ही यह अंदेश जता दिया था कि 2020 का चेंबर चुनाव हाइप्रोफाइल होगा। जिसमें धनबल,बाहुबल और छलकपट बहुत बड़े पैमाने पर देखने को मिलेगा। हालांकि व्यापारी खामोश हैं, लेकिन दावेदारों में काफी उत्साह से साफ पता चलता है कि अब यह वर्चस्व का चुनाव घोषित हो गया है। जिसमें साम,दाम,दंड,भेद की नीति से हर हाल में चुनाव जीतने का तिकड़म भिड़ाया जाएगा। अपने पैनल को चेम्बर में काबिज करवाने के लिए व्यापारी नेता काफी प्रयास कर रहे हैं। देखा जाये तो चुनाव प्रचार का एक दौर खत्म हो चुका है। व्यापारिक नेता ये जरुर कह रहे हैं कि चेम्बर से राजनीति हटा देंगे, लेकिन बिना राजनीति के भला चुनाव कैसे होगा यह समझ से परे है, बहरहाल दिवाली का समय हैं कि सकी चकरी चलेगी, आगे वक्त बताएगा?

जय व्यापार पैनल के दो और प्रत्याशी घोषित

जय व्यापार पैनल से महमंत्री पद के लिए अजय भसीन और कोषाध्यक्ष पद के लिए उत्तम गोलछा के नाम की घोषणा की गई है। जय व्यापार पैनल के वरिष्ठ व्यापारी और मार्गदर्शकों आसुदामल,भारामल मत्थानी, महेन्द्र धाड़ीवाल, प्रदीप गुप्ता की उपस्थिति में यह ऐलान किया गया है। नरेन्द्र दुग्गड़ और जितेन्द्र दोशी ने कहा कि अध्यक्ष पद के प्रत्याशी का नाम सबसे पहले घोषित किया गया। अब 2 मुख्य पद की भी घोषणा भी सबसे पहले की गई। जो यह साबित करेगी की हमारे पास अच्छे कार्यकर्ता है। जो पद की जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे ।

हमारा पूरा प्रयास होगा कि छग चेंबर विशुद्व व्यापारी संगठन बनें । पदाधिकारियों और सदस्यों के बीच मैत्रीभाव के साथ़़ सम्मान और अच्छा तालमेल रहे। चौकाने वाली बात यह है कि पैनल से महामंत्री के लिए घोषित उम्मीद -वार अजय भसीन पूर्व में व्यापारी एकता पैनल के झंड़ा बरदार थे लेकिन अब वे जय व्यापार पैनल में हैं। आगे और भी समीकरण बनने विगडने की आसार हैं।

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