Bilaspur. बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के सिद्धांत नागवंशी आत्महत्या मामले में पुलिस ने रायपुर से होटल व्यवसायी को गिरफ्तार किया है। वहीं 3 और व्यवसायी पुलिस के घेरे में आ गए हैं। सिद्धांत कांग्रेस नेता अकबर खान के साथ काम करता था और उसने जनवरी 2022 में सकरी स्थित अपनी मामी के घर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में कांग्रेस नेता अकबर खान अभी जेल में है और पूर्व पार्षद तैय्यब हुसैन फरार चल रहा है। सिद्धांत के परिजन ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृहमंत्री विजय शर्मा से की थी। उन्होंने बिलासपुर के होटल व्यवसायी रायपुर निवासी दीपेश चौकसे पर भी प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
परिजनों ने जांच कर आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज करने की मांग की, जिस पर शिकायत की जांच के बाद आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। इधर पुलिस ने मामले में तीन और व्यवसायियों की संलिप्तता पाई है। पुलिस की टीम तीनों की जानकारी जुटा रही है, लेकिन वे बाहर हैं। इस कारण पुलिस उनसे पूछताछ नहीं कर सकी है। सिद्धांत के आत्महत्या करने की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम कराया। परिजन ने अपने बयान में कांग्रेस नेता अकबर खान और उसके साथियों पर सिद्धांत को लेन-देन के विवाद में परेशान करने का आरोप लगाया।
साथ ही पूरे मामले की शिकायत पुलिस के अधिकारियों से की, जिस पर पुलिस ने एक साल बाद मामले में कांग्रेस नेता अकबर खान, मीनाक्षी बंजारे, सीबू उर्फ फैजान खान के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया, लेकिन आरोपी फरार हो गए। परिजनों ने होटल व्यवसायी पर भी प्रताड़ना के आरोप लगाए। जिसे रायपुर से गिरफ्तार किया गया है। सरकंडा थाने में दर्ज कांग्रेस नेता के आत्महत्या के मामले में पूर्व पार्षद तैय्यब हुसैन फरार चल रहा है। मामले में कांग्रेस नेता अकबर खान जेल में है। लेकिन सरकंडा पुलिस की टीम पूर्व पार्षद को अब तक नहीं तलाश पाई है।
इधर सकरी पुलिस ने होटल व्यवसायी को रायपुर से खोज निकाला। बताया जाता है कि पूर्व पार्षद शहर में ही किराए का मकान लेकर रह रहा है। इसके बाद भी पुलिस उसके ठिकाने की जानकारी नहीं जुटा पा रही है। सिविल लाइन क्षेत्र के कुम्हारपारा में रहने वाला सिद्धांत नागवंशी कांग्रेस नेता अकबर खान के साथ काम करता था। इसी दौरान उसने अपने रिश्तेदार की जमीन के संबंध में अकबर को बताया। अकबर ने जमीन को खरीद लेने की बात कही। उसने जमीन का एग्रीमेंट सिद्धांत के ही नाम पर करा दिया। बाद में उनका सौदा किसी विवाद में फंस गया। इसके बाद अकबर अपने रुपए निकलवाने के लिए सिद्धांत पर दबाव बनाने लगा। रुपए नहीं निकलवा पाने के कारण युवक ने अपनी मामी के घर जाकर फांसी लगा ली।